बंदरों- कुत्तों के बीच गैंगवार खत्म, दबोचे गए 250 पिल्लों की हत्या में शामिल उत्पाती बंदर, मिली यह सजा
बीड. महाराष्ट्र में बंदरों की हिंसा का अजीब मामला आया है. यहां के बीड जिले के मालेगांव में दो बंदरों ने बीते करीब 3 महीनों में करीब 250 पपी (कुत्ते के पिल्ले) को मार डाला. ये बंदर पिल्ले को उठाकर ऊंचाई पर चढ़ जाते और वहां से फेंक देते. एक के बाद एक केस सामने आने के बाद वन विभाग हरकत में आया. अब दोनों बंदरों को पकड़ कर जंगल में छोड़ दिया गया है. इसके साथ ही यहां के लोगों ने भी राहत की सांस ली है.नागपुर वन विभाग इस कार्रवाई को अंजाम दिया. 250 पपी की हत्या के ये मामले बीड से नागपुर के बीचे आए हैं. हालात ये हैं कि मालेगांव के लावूल गांव में एक भी पपी नहीं बचा है. इसको लेकर ग्रामीणों में चिंता है. बीड वन अधिकारी सचिन कांड ने कहा कि हत्याओं में शामिल दो बंदरों को नागपुर वन विभाग की एक टीम ने पकड़ लिया है. दोनों बंदरों को बीड से नागपुर ले जाया गया और फिर पास के जंगल में छोड़ दिया गया है.स्थानीय लोगों के अनुसार लावूल गांव में बंदरों बनाम कुत्तों का गैंगवार तब शुरू हुआ जब इलाके में कुछ आवारा कुत्तों ने एक नवजात बंदर को मौत के घाट उतार दिया. ग्रामीणों का कहना है कि मौत का बदला लेने के लिए बंदर तब से पिल्लों को उठाकर पेड़ों और ऊंची इमारतों के ऊपर से फेंक रहे हैं. लावूल में बंदरों के व्यवहार से स्थानीय लोगों में दहशत है. ग्रामीणों का कहना है कि पिल्लों की तलाश में बंदरों का एक गिरोह नियमित रूप से गांव में प्रवेश करता है. जब उन्हें कोई पिल्ला नजर आता है , तो उसे उठाकर ऊंचे पेड़ या इमारत पर चढ़ जाते हैं और फेंक देते हैं. ग्रामीणों ने पिल्लों को बचाने की कोशिश की, लेकिन बंदरों ने उन पर भी हमला कर दिया. कुछ स्थानीय लोगों को चोटें भी आई हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीड में बंदरों ने स्कूल जाने वाले बच्चों को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया है, जिससे स्थानीय लोगों में और भी दहशत है.