मुख्यमंत्री जी का फरमान बेअसर, पूरे नगर में घूमते बेसहारा पालतू गौमाता, कौन जिम्मेदार?

 



काल चिंतन संवाददाता,

चोपन/सोनभद्र। इन दिनों पूरे नगर एवं प्राइवेट वार्ड,रेलवे कालोनी, सब्जी मंडी, मुख्य सड़क राजमार्ग पर पालतू पशुओं का खुलेआम घूमना बदस्तूर जारी है यहां तक कि या पशु राजमार्ग के बीच में बने डिवाइडर पर बैठ जाते हैं उस पशु को देखने के बाद दूसरा पशु भी अपनी जाति का समझकर डिवाइडर पर जगह नहीं रहने के कारण डिवाइडर के बगल मैं राजमार्ग सड़क पर बैठ जाते हैं जिससे आने जाने वाले छोटी बड़ी गाड़ियों से आयदिन उनके जान का खतरा बना रहता है।

अक्सर सड़क के किनारे या किसी स्थान पर लोग बचा हुआ या अन्य खाद्य सामग्री प्लास्टिक में बांधकर फेंक देते हैं कि कोई जानवर आ कर खा लेगा लेकिन पशु तो पशु वह रोटी और अन्य खाद्य सामग्री खाने के चक्कर में प्लास्टिक तक खा जाते हैं जो उनके पाचन नली में जाकर फंस जाता है जिससे पेट फुलने व अन्य रोग का शिकार हो जाते हैं और असमय समय काल के गाल में समा जाते हैं कभी कभी तो यह पशु आपस में झगड़ा करते करते बीच सड़क पर आ जाते हैं इन पशुओं को बचाने के चक्कर में आदि छोटी-बड़ी गाड़ियां एक्सीडेंट का शिकार होती है जिससे इन पशु के जानमाल का खतरा और साथ-साथ वाहन चलाने वाले लोगों के साथ बना रहता है कभी पशु की मौत हो जाती है और कभी वाहन चलाने वाले की इसका मूल रूप से दोषी कौन है।सूत्रों की मानी जाए तो जब तक गाय दूध देती है जब तक पशु स्वामी खूटे में बांधकर दूध का सेवन करते हैं और जब गाय पेट से हो जाती है तब चारा बचाने के चक्कर में गायों को खुला और सड़क पर छोड़ देते हैं जो मानवीय दृष्टि से बहुत बड़ा अपराध है क्योंकि इस धरती पर किसी भी वर्ग में पैदा हुआ व्यक्ति नहीं होगा जो गाय का दूध पीकर बढ़ाना हुआ इसलिए मानव होने के कारण हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है की इन बेसहारा पशुओं के जान माल की सुरक्षा के साथ-साथ अपनी भी सुरक्षा का ध्यान रखें।कुछ दिनों पहले अधिशासी अधिकारी ने अपने पंचायत कर्मियों के माध्यम से पूरे नगर में घूम रहे हैं बेसहारा पशुओं को पकड़वा कर इनके सही स्थान गौशाला पहुंचाने का काम किए थे और साथ ही साथ उन्होंने अपने कर्मियों को निर्देश दिया था कि हर वादों में घूम कर या पता किया जाए किस घर में कितने पशु हैं और उनके पशु कहां है इस आदेश पर पता नहीं नगर पंचायत कर्मी पूरे नगर में पशु का मतगणना किए या नहीं इसकी जानकारी नहीं है।शासन की मंशा के अनुरूप संभ्रांत स्थानीय निवासियों ने नगर पंचायत प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराते हुए मांग किया कि इन दिनों नगर में घूम रहे हैं बेसहारा पशुओं को पकड़वा कर इनके सही स्थान गौशाला केंद्र भेजा जाए जिससे इन पशु और सड़क पर चलने वाले लोग के जान-माल की सुरक्षा हो सके।