पानी के विवाद में चुरकी में हुई हत्या के आरोपी गिरफ्तार


मोरवा थानांतर्गत बीते दिनों पानी के विवाद को लेकर दो भाइयों में हुआ था खूनी संघर्ष


काल चिंतन


मोरवा, सिंगरौली। सरकारी हैंडपंप में कब्जे के लिए बीते दिनों ग्राम चुरकी के एक परिवार में बढ़ा विवाद खून खराबे तक जा पहुंचा। जिसमें दो भाइयों के विवाद में छोटे भाई की जान चली गई, वहीं उसकी पत्नी गंभीर स्थिति में है। हत्या के इस मामले में मोरवा पुलिस ने *आरोपी पति पत्नी को बीते शाम गिरफ्तार* कर लिया था, जिसे आज पुलिस अभिरक्षा में न्यायालय में प्रस्तुत किया गया और न्यायालय के आदेश पर वहां से जेल भेज दिया गया है। 
प्राप्त जानकारी के अनुसार *ग्राम चुरकी निवासी छोटकन यादव पिता फ़द्दू यादव* के आवास पर सरकारी हैंडपंप गढ़ा था, जिसमें बड़े *भाई तेजू राम एवं छोटे भाई छोटकन यादव* ने मिलकर समर्सिबल पंप डाला था। अतः पानी को लेकर दोनों के बीच वाद विवाद होता रहता था, जो बीते रविवार दोपहर खून खराबे तक जा पहुंचा। बड़े भाई *तेजू यादव ने जहां लगे समरसेबल पंप* को निकाल लिया जिसपर विवाद खड़ा हो गया। इस मामले को लेकर दोनों के बीच हाथापाई शुरू हो गई और *तेजू यादव एवं उसकी पत्नी ने धारदार हथियार से छोटे भाई छोटकन यादव* पर हमला कर दिया। इसमें बीच-बचाव करने आई *छोटकन यादव की पत्नी मुन्नी देवी* पर भी दोनों ने प्राणघातक हमला किया। जिसमें दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। मारपीट की जानकारी मिलने पर मोरवा *निरीक्षक नागेंद्र प्रताप सिंह* द्वारा भेजी टीम ने जहां घायलों को उपचार हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मोरवा भिजवाया, वहीं दोनों आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 59/20 धारा 294, 323, 324, 506, 34 का मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया। इधर स्वास्थ्य केंद्र मोरवा में सही उपचार नहीं मिलने से *घायल छुटकन यादव* का रक्त रिसाव बहुत ज्यादा हो गया, जिसे देखते हुए उसे जिला मुख्यालय बैढ़न स्थित अस्पताल रेफर कर दिया गया था। जहां इलाज के दौरान देर रात उसकी मौत हो गई, वहीं उसकी पत्नी मुन्नी देवी अभी भी गंभीर स्थिति में बनी हुई है। घटना के बाद *पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन* के निर्देशन पर *मोरवा निरीक्षक नागेंद्र प्रताप सिंह* ने विवेचना के दौरान धारा 302 एवं 449 की धाराओं को बढ़ाकर आरोपी *तेजू यादव पिता फ़द्दू यादव उम्र 50 वर्ष एवं आशा देवी पति तेजू यादव उम्र 32 वर्ष* को बीते शाम ग्राम चुरकी से गिरफ्तार किया। दोनों आरोपियों को पुलिस अभिरक्षा में आज न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
उक्त कार्रवाई में निरीक्षक नागेंद्र प्रताप सिंह के साथ उपनिरीक्षक सरनाम सिंह, सहायक उपनिरीक्षक साहबलाल सिंह, प्रधान आरक्षक राजेश द्विवेदी, अमर सिंह, अजीत सिंह, रवि गोस्वामी, दिनेश कुमार आरक्षक सुनील मिश्रा, अनूप मिश्रा, ऑरिश गुर्जर एवं महिला आरक्षक ज्योति पांडे व जयाअंजली दुबे की सराहनीय भूमिका रही।