स्थानांतरण के बावजूद महीनों से उसी जगह पर जमें हैं एनसीएल सिक्योरिटी के अधिकारी व कर्मचारी


बैढ़न(सिंगरौली)। एनसीएल की परियोजनाओं में आये दिन चोरी होने की शिकायतें आम हो गयी हैं। अनियमितताओं को ध्यान में रखते हुये एनसीएल की परियोजाओं से बड़े पैमाने पर सिक्योरिटी में तैनात अधिकारियों तथा कर्मचारियों के स्थानान्तरण हुये थे। लेकिन सिक्योरिटी में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों का मोह भंग होने का नाम नहीं ले रहा है। 
मिली जानकारी के अनुसार स्थानांतरण के छ: महीने बीत जाने के बावजूद भी एनसीएल के बीना, गोरबी, निगाही, व ककरी परियोजना से सिक्योरिटी अधिकारी व कर्मचारी स्थानांतरित जगह पर जाने को तैयार नहीं हैं। एनसीएल सिक्योरिटी के सह पर परियोजनाओं में चोरियां बदस्तूर जारी हैं। एनसीएल की स्थानांतरण नीति का खुलेआम धज्जियां उड़ाते सिक्योरिटी के अधिकारी व कर्मचारी दिनों दिन मालामाल हो रहे हैं। एनसीएल मुख्यालय में बैठे वरिष्ठ अधिकारी भी मौन साधे हुये हैं जिससे परियोजनाओं के संचालन में अनियमितताओं का दौर जारी है। 
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एनसीएल की परियोजनाओं में तैनात प्राइवेट सिक्योरिटी इमानदारी से काम करती है लेकिन एनसीएल की सिक्योरिटी कबाड़ियों से मिलीभगत होने के कारण उसे भी परियोजनाओं में चोरियां करवाने हेतु प्रेरित करती है जिसका खामियाजा प्राइवेट सिक्योरिटी में तैनात कर्मचारियों को अपनी तनख्वाह कटवाकर भुगतना पड़ता है। एनसीएल की विभिन्न परियोजनाओं से एनसीएल सिक्योरिटी की सह पर बेशकीमती मशीनों के पार्ट्स कौड़ियों के दाम कबाड़ की दुकानों में बेंच दिये जाते हंै जिस कारण एनसीएल को प्रतिमाह करोड़ो का नुकसान होता है।  कबाड़ियों तथा एनसीएल की सिक्योरिटी की मिलीभगत का ही परिणाम है कि स्थानांतरण होने के बावजूद भी महीनों बीत जाने के बाद भी नियम कानूनों को धता बताते हुये उसी जगह पर जमें हैं तथा एनसीएल में कबाड़ियों का साम्राज्य कायम है।