शादी का झांसा देकर नाबालिग से ९ माह तक दुराचार करने का आरोपी धराया


सिंगरौली।  शादी का झांसा देकर एक 16 वर्षीय नाबालिका से लगातार दुराचार का मामला प्रकाश में आया है। यह घटना मोरवा थाना क्षेत्र के ग्राम चुरकी का है, जहां एक ट्रेलर ड्राइवर ने 10वीं की छात्रा को प्रेम जाल में फांसकर उसे शादी के सपने दिखाए और लगातार 9 माह तक उससे दुराचार करता रहा। जानकारी अनुसार चुरकी निवासी फूल कुमारी (परिवर्तित नाम) ने बीते दिन अपने परिजनों के साथ मोरवा थाने में तहरीर दी की उसके ग्राम का एक ट्रक ड्राइवर ने उससे दोस्ती कर शादी के सपने दिखाए और लगातार कई माह तक उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। जब पीड़िता ने इस बात को घर में बताना चाहा तो उसने उसे धमकी दी। जिसके बाद परिजनों को सारी बात बता नाबालिक युवती उनके साथ थाने आ पहुंची। महिला संबंधी अपराधों में गंभीर मोरवा निरीक्षक नागेंद्र प्रताप सिंह ने तत्काल पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन को सूचित किया तथा उनके निर्देशानुसार थाना में महिला उपनिरीक्षक के अवकाश पर होने से चौकी सासन में पदस्थ उपनिरीक्षक प्रियंका मिश्रा द्वारा मामला पंजीबद्ध किया गया व मामले की विवेचना उपनिरीक्षक सरनाम सिंह के द्वारा की गई में जिसके बाद  उपनिरीक्षक सरनाम सिंह के द्वारा गठित टीम के साथ मिलकर आरोपी मनोज साकेत की तलाश शुरू कर दी। मोरवा पुलिस ने आरोपी ट्रक ड्राइवर मनोज साकेत पिता डिप्टी साकेत उम्र 19 वर्ष निवासी चुरकी थाना मोरवा को बीती दिन चुरकी खनहना तिराहे से गिरफ्तार किया है। उक्त आरोपी को अपराध क्रमांक 34/20 धारा 376, 376 (3), 376-2 (ठ्ठ) भादवी एवं 3/4, 5/6 पोस्को एक्ट के तहत गिरफ्तार कर पुलिस अभिरक्षा में न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
बेहतर पुलिसिंग से आम जनों में  पुलिस के प्रति सम्मान एवं बेजीझक अपनी परेशानियों को बताने की भावना आती है। यही कारण है कि महिला संबंधी अपराधों में पीड़िता को परेशानियों से बचाने के लिए मोरवा निरीक्षक नागेंद्र सिंह द्वारा महिला आरक्षकों को पहले से ही अच्छा व्यवहार करने और बेहतर वातावरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए जाते रहे हैं। बीते कुछ माह में घटी पूर्व की घटनाओं में नजर डालें तो हर प्रकरण में मोरवा पुलिस की महिला आरक्षक पूजा त्रिपाठी, जयाअंजली दुबे एवं ज्योति पांडे की सहभागिता दिखी है। इस घटना में मोरवा पुलिस द्वारा मामला पंजीबद्ध करने के बाद महिला आरक्षक पूजा त्रिपाठी द्वारा डरी सहमी नाबालिका की दोस्त की तरह लगातार काउंसलिंग की गई, जिससे नाबालिका ने अपने साथ हुई सारी घटना व आरोपी की जानकारी पुलिस को बता दी, इसके बाद एसडीएम से अनुमति लेकर पीड़ित युवती का मेडिकल परीक्षण, उसके बयान दर्ज कराने में परिजनों की मदद से पीड़िता के साथ उसके परिजन गद-गद दिखे। महिला आरक्षक के सभ्यता से पुलिस ने आरोपी मनोज साकेत को भी गिरफ्त में लिया। इसे लेकर मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में पीड़िता के परिजनों ने उपनिरीक्षक प्रियंका मिश्रा एवं महिला आरक्षक पूजा त्रिपाठी के कार्यप्रणाली एवं सहयोग को सराहना की।
इस प्रकरण में निरीक्षक नागेंद्र प्रताप सिंह के साथ सरनाम सिंह बघेल, सहायक उपनिरीक्षक सतीश दीक्षित, प्रधान आरक्षक अजीत सिंह आरक्षक अनूप मिश्रा, भूपेंद्र सिंह, सुबोध सिंह तोमर, सुनील मिश्रा व महिला आरक्षक पूजा त्रिपाठी की अहम भूमिका रही। बीते कुछ वर्षों में प्यार का झांसा देकर नाबालिकाओं के अपहरण और दुराचार के मामले को देखते हुए पूर्व पुलिस अधीक्षक सिंगरौली रहे विनीत जैन द्वारा भी भूल एक नसीहत नाम की डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाई थी। जिसे क्षेत्र के तमाम स्कूलों में दिखाकर नाबालिगों में जागरूकता फैलाने का प्रयास किया गया था। हालांकि सिंगरौली जिले के वर्तमान पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन द्वारा भी महिलाओं को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है परंतु अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों के साथ कम पढ़े लिखे और कम उम्र में नासमझी के कारण इस प्रकार के मामले प्रकाश में आते रहते हैं जो एक चिंतनीय विषय है।