सच्चाई या अंधविश्वास / मप्र विधानसभा पर वास्तुदोष; जौरा विधायक को श्रद्धांजलि देने के बाद नेता प्रतिपक्ष ने कहा- दोष है, तभी हमारे 32 विधायकों की मौत हुई


भोपाल. मध्य प्रदेश विधानसभा पर वास्तु दोष है या नहीं। एक बार फिर से इस मुद्दे पर चर्चा शुरू हो गई है। असल में, गुरुवार को विधानसभा के विशेष सत्र में जौरा के दिवंगत कांग्रेस विधायक बनवारी लाल शर्मा को श्रद्धांजलि दी गई। वो कैंसर से पीड़ित थे और कई साल से बीमार थे। उनका लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। उन्हें श्रद्धांजलि देते समय विधायकों के बीच वास्तु दोष को लेकर चर्चाएं होती रहीं। 


भाजपा और विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव ने कहा कि, "पिछले 15-16 वर्षों में हमारे लगभग 32 विधायकों की (मप्र में) मौत हो चुकी है। इसका मतलब है कि विधानसभा में वास्तु का प्रभाव है और अगर इन चीजों का प्रभाव है तो कोई अतिरिक्त खर्च नहीं हो तो इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि वास्तु आज शास्त्र के साथ-साथ विज्ञान भी बन चुका है। 


पूर्व विधानसभा स्पीकर सीतासरण शर्मा ने भी वास्तुदोष की बात मानी थी और इसे दूर करने के उपाय कराने की बात कही थी, वहीं 2016 में कांग्रेस नेता सत्यदेव कटारे की मौत और 2017 में चित्रकूट से कांग्रेस विधायक प्रेम सिंह, मुंगावली से कांग्रेस विधायक महेंद्र सिंह कालूखेड़ा और कोलारस विधायक रामसिंह यादव की मौत ने इस चर्चा ने जोर पकड़ ली थी।


पिछौर विधायक केपी सिंह ने मीडिया के सामने कहा था कि विधानसभा में वास्तु दोष का असर है, इसलिए हमारे विधायकों का निधन हो रहा है। इससे पहले 2010 में भी कांग्रेस नेता और विधानसभा की नेता प्रतिपक्ष रहीं जमुना देवी और 2013 में विधानसभा अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी का निधन हो गया था।  


ये बातें अंधविश्वास पूर्ण 
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि मामला हमारे संज्ञान में आया है। विधानसभा वास्तु दोष से ग्रस्त है। ऐसी बातें अंधविश्वास पूर्ण हैं और हम इन्हें नहीं मानते हैं। जिन विधायकों का निधन हुआ, वो अपनी उम्र जीकर गए हैं। फिर भी अगर ऐसा कुछ है तो उस पर विचार किया जाएगा। भाजपा इसी तरह के मुद्दे उठाती है। 


चार साल में इन विधायकों का निधन 


2019 - मुरैना के जौरा से कांग्रेस विधायक - बनवारी लाल शर्मा
2017- शिवपुरी के कोलारस से कांग्रेस विधायक - रामसिंह यादव 
2017- अशोकनगर जिले की मुंगावली से विधायक- महेंद्र सिंह कालूखेड़ा 
2017- सतना की चित्रकूट से विधायक - प्रेम सिंह 
2016- भिंड के अटेर से विधायक - सत्यदेव कटारे 


मप्र के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कराया था 'बजाबता यज्ञ'
कांग्रेस की दिग्विजय सिंह के नेतृत्व वाली सरकार के समय भी वास्तु-दोष को दूर करने के लिए भवन में 'बजाबता यज्ञ' कराया गया था। इसमें तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी शामिल हुए थे, इस पर मामला काफी विवादित हो गया था और चर्चा में रहा था। इसके बाद भाजपा सरकार में विधानसभा अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी ने भी विधानसभा के अंदर वास्तु पूजा कराई थी। 


आर्किटेक्ट चार्ल्स कोरिया ने किया है डिजाइन 
मध्य प्रदेश विधानसभा भवन को मशहूर आर्किटेक्ट चार्ल्स कोरिया ने डिजाइन किया है, लेकिन फिर ये काना-फूसी शुरू हो गयी है कि मध्य प्रदेश के भाग्य विधाता इस भवन में क्या वास्तुदोष है। गुरुवार से शुरू हुए विधानसभा के विशेष सत्र में भवन के वास्तु को लेकर विधायक चिंता में नजर आए। ऐसा इसलिए क्योंकि हाल ही में विधानसभा के एक सदस्य जौरा से कांग्रेस विधायक बनवारी लाल शर्मा का निधन हुआ है। वो कैंसर से पीड़ित थे और लंबे समय से बीमार थे।


कब से लग रही है नई विधानसभा 



  •  मध्यप्रदेश विधानसभा के नए भवन का उद्घाटन 1996 में हुआ था. इसे प्रख्यात डिजाइनर चार्ल्स कोरिया ने डिजाइन किया था। 

  • इसके पहले विधानसभा का संचालन मिंटो हॉल में होता था, जहां पर 1956 से लेकर अगस्त 1996 में तक संचालन हुआ था। 

  • 2010 में भी कांग्रेस नेता और विधानसभा की नेता प्रतिपक्ष रहीं जमुना देवी और 2013 में विधानसभा अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी का निधन हो गया था। 

  • नई विधानसभा भवन का दक्षिणी प्रवेश द्वार कई साल पहले बंद कर दिया गया था, इसकी वजह वास्तु दोष ही बताई गई थी।