मिशन इंन्द्रधनुष का दूसरा चरण 6 जनवरी से


कोई भी नवजात टीकारकण से वंचित न रहे:कलेक्टर
वैढ़न,सिंगरौली। नवजात शिशुओं व बच्चों में होने वाली जानलेवा बीमारियों जैसे पोलियो, खसरा-रूबेला, रोटा वायरस, डिप्थीरिया, टिटनेस, काली खांसी आदि से बचाने के उद्देश्य से 6 जनवरी से Óसघन मिशन इंद्रधनुष के दूसरे चरण का अभियान चलाया जाएगा। अभियान को सफल बनाने हेतु स्वास्थ्य विभाग, महिला बाल विकास विभाग, षिक्षा विभाग सहित अन्य विभागो के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में कलेक्टर श्री केवीएस चौधरी के अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई। 
     बैठक में कलेक्टर श्री केवीएस चौधरी  ने अभियान की तैयारियों की समीक्षा करते हुये कहा कि टीकाकरण से वंचित बच्चों को वर्ष 2020 तक टीकाकरण किया जाना है। कलेक्टर ने कहा कि टीकाकरण से वंचित या आंशिक टीकाकरण वाले बच्चों को अभियान के तहत 11 तरह की बीमारियों से बचाने वाले टीके लगाए जाएंगे। टीकाकरण दल विशेष सर्तकता बरते की कोई भी बच्चा इस टीकाकरण से छूटने न पाये। कार्य में लगे दल सार्थक पोर्टल पर उपस्थित भी दर्ज करे। उन्होने कहा कि टीम में लगे सदस्यो को ग्यारह तरह  की बिमारियो से बचाने वाले टीके की जानकारी अनिवार्य रूप रहे। इसके लिए जिन ब्लाको में प्रशिक्षण अभी तक आयोजित नही किये गये तत्काल प्रशिक्षण आयोजित कर दल में शामिल सदस्यो को प्रशिक्षण दिया जाना सुनिश्चित करे।
     कलेक्टर ने निर्देश दिया कि दल में लगे सुपरवाईजर सघन निरीक्षण करते रहे ताकि टीकाकरण के कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवही न हो। तथा निर्धारित लक्ष्य के अनुसार टीकारण का कार्य समय पर पूर्ण किया जा सके। कलेक्टर श्री चौधरी ने पिछले अभियान की दौरान  किये गये टीकाकरण के समीक्षा करते हुयें कहा कि लगभग तीनो ब्लाको में टीकाकरण का प्रतिशत कम रहा है। टीकाकरण के ड्यू डेट पर कम बच्चो का टीकारण किया गया है। इस बार यदि यह त्रृटि पाई गई तो सुपरवाईजर सहित संबंधित दल के सदस्यो पर कार्यवाही की जायेगी।
    कलेक्टर ने निर्देश दिया कि टीकाकरण का व्यपाक स्तर पर प्रचार प्रसार किया जाये। बैठक के दौरान मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी आरपी पटेल के द्वारा अभियान के संबंध में की गई तैयारियो से कलेक्टर को अवगत कराया गया। तथा विश्वास दिलाया गया कि जिले में टीकाकरण का प्रतिशत निर्धारित लक्ष्य के अनुसार तय समय मे पूर्ण कर लिया जायेगा। बैठक के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी बृजेश मिश्रा, डीपीसी आर.के दुबे, समस्त बीएमओ, तथा महिला बाल विकास के परियोजना अधिकारी सहित सुपरवाईजर एवं अभियान में लगे स्वास्थ्य विभाग की टीम उपस्थित रही।