मध्य प्रदेश को 15 दिन में मिल जाएगा नया कांग्रेस अध्यक्ष! सोनिया गांधी करेंगी फैसला


भोपाल. मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Madhya Pradesh Congress Committee) को हो सकता है अगले 15 दिन में नया अध्यक्ष मिल जाए. सत्ता और संगठन (Power and organization) में समन्वय और घोषणा पत्र पर अमल के लिए पार्टी (party) की दो कमेटियों के गठन के बाद अब नये पीसीसी चीफ (pcc chief) को लेकर सुगबुगाहट तेज़ हो गई है.इसके बाद अब अगली बारी अध्यक्ष पद के लिए नये नाम के ऐलान की है.

बीते दिनों भोपाल आए कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने संकेत दिए थे कि पीसीसी चीफ के नाम को लेकर एआईसीसी और पीसीसी के बीच का गतिरोध खत्म हो गया है. अब पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी इसका फैसला करेंगी. बाबरिया की बात पर अब प्रदेश के मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने मोहर लगा दी है. उन्होंने कहा अगले पंद्रह दिन में नये पीसीसी चीफ के नाम का ऐलान हो जाएगा. इसके लिए पार्टी ने चार से पांच नाम का पैनल बनाने पर मंथन शुरू कर दिया है.

दोहरी ज़िम्मेदारी
सूबे की सियासत में संगठन और सत्ता की दौहरी जिम्मेदारी संभाल रहे कमलनाथ अब संगठन की जिम्मेदारी से मु्क्त होंगे. कांग्रेस नेताओं के बयान बता रहे हैं कि पार्टी ने नये पीसीसी चीफ की खोज शुरू कर दी है. अब तक पीसीसी चीफ के नाम को लेकर लगाई जा रही सभी अटकलों पर पार्टी विराम लगाना चाहती है. जो संकेत पार्टी के नेता दे रहे हैं उसके मुताबिक अब कमलनाथ संगठन की जिम्मेदारी से हटते हुए सिर्फ सत्ता पर फोकस करेंगे. ऐसा अनुमान है कि नगरीय निकाय चुनाव से पहले पार्टी नये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर देगी. ज्योतिरादित्य सिंधिया के हाल ही में तूफानी दौरे और मेल-मुलाकात के बाद पार्टी अब हर अटकल पर विराम लगाना चाहती है.बाबरिया का कद बढ़ा


प्रदेश में सत्ता और संगठन में समन्वय बनाने के लिए पार्टी ने दीपक बाबरिया के नेतृत्व में कमेटी का गठन कर उनके कद को बढ़ा दिया है.साथ ही पार्टी ने पार्टी ने घोषणा पत्र पर अमल के लिए भी कमेटी का गठन कर ये भी जता दिया है कि संगठन और सरकार के कामकाज पार्टी की प्राथमिकता में हैं.

बहरहाल प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव और निगम मंडल में राजनैतिक नियुक्तियों से पहले अब पीसीसी चीफ के नाम पर मुहर लगना तय माना जा रहा है.ताकि प्रदेश में दोहरी भूमिका निभा रहे कमलनाथ एक ज़िम्मेदारी से मुक्त होकर सरकार को और नये पीसीसी चीफ के साथ पार्टी को मजबूती देसकें.