जेएनयू बवाल पर केजरीवाल बोले, स्तब्ध हूं, एलजी से की बात 


नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जेएनयू में हिंसा मामले को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि हिंसा से स्तब्ध हूं। छात्रों पर हमला किया गया। दिल्ली पुलिस को हिंसा रोककर तत्काल शांति बहाल करनी चाहिए। देश कैसे तरक्की करेगा, जब छात्र यूनिवर्सिटी कैंपस में ही सुरक्षित नहीं रहेंगे। केजरीवाल ने उपराज्यपाल से बात कर दिल्ली पुलिस को कानून-व्यवस्था बहाल करने का निर्देश देने की मांग की। केजरीवाल ने कहा कि एलजी ने आश्वासन दिया है कि वे पूरे मामले पर नजदीक से नजर रख रहे हैं और उचित कदम उठाए जा रहे हैं।
आप सांसद संजय सिंह ने ट्विटर पर महिला प्रोफेसर सुचित्रा सेन का फोटो जारी कर कहा कि यह तस्वीर देखकर दिल दहल जाएगा। भाजपा ने क्या हाल कर दिया है। इसी जेएनयू से पढ़कर भाजपा नेता वित्त मंत्री और विदेश मंत्री बने हैं। इसी ने देश को हजारों अद्भुत प्रतिभाएं दी हैं। यह देश के गुरुजनों पर गुंडों का हमला है। भाजपा देश को बर्बाद कर रही है। संजय सिंह ने कहा कि जब से अमित शाह देश के गृह मंत्री बने हैं, हिंसा की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। दिल्ली में कानून-व्यवस्था बिगड़ गई है। कभी वकीलों को मारा जाता है तो कभी छात्रों को। अमित शाह को पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। गैंगवार हो रहा है। उन्होंने अमित शाह से इस्तीफा देने की मांग की।
- बवाल के बाद हॉस्टल की सुरक्षा बढ़ाई
बवाल के बाद जेएनयू में पुलिस तैनात तैनात कर दी गई है। जेएनयू कैंपस में स्थित हॉस्टल की सुरक्षा बढ़ गई है। महिला हॉस्टल की सुरक्षा को कड़ा दिया है। दिल्ली पुलिस ने देर रात को जेएनयू कैंपस में नकाबपोश को पकडने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया था। हालांकि रविवार देर रात तक किसी को हिरासत में नहीं लिया गया था। 
दक्षिण-पश्चिमी जिला डीसीपी देवेन्द्र आर्या का कहना है कि जेएनयू में दो गुटों में झगड़ा हुआ है। जेएनयू में सरकारी प्रॉपर्टी को भी नुकसान पहुंचाया गया है। देर रात तक जेएनयू में शांति कायम हो गई थी। जेएनयू वीसी व अन्य प्रोफेसरों के आवास के बाहर भी पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए थे। जेएनयू में हॉस्टल की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। मौके पर अद्र्धसैनिक बलों को बुला लिया था। जेएनयू में शांति कायम करने के लिए जेएनयू जाने वाले मार्गों को बंद कर दिया गया था। जेएनयू के सामने स्थित गंगनाथ मार्ग को बंद कर दिया गया था। नेबसराय व वसंत विहार दोनों तरफ से जेएनयू के मार्गों को बंद कर दिया गया था। इससे स्थानीय लोगों को काफी  परेशानी हो रही थी। कुछ मार्गों पर जाम लग गया था। 
 - प्रियंका-वृंदा करात सहित कई पहुंचे एम्स
जेएनयू विवाद के बाद घायलों से मिलने के लिए रविवार देर रात कांग्रेस की प्रिंयका गांधी और दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा एम्स पहुंचे। इस बीच दोनों नेताओं ने घायलों से मुलाकात कर घटना के बारे में जानकारी हासिल की। इनसे पहले वृंदा करात भी एम्स पहुंची और उन्होंने घायलों से मिलने के बाद कहा कि ये सब पहले से प्रयोजित था। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के नुमाइंदे विवि परिसर में घुसे और जेएनयू के छात्र छात्राओं को बुरी तरह से पीटा है। जेएनयू कैंपस पहुंची कैट्स एंबुलेंस को दिल्ली पुलिस ने विवि परिसर में जाने से रोक दिया। दिल्ली सरकार के मुताबिक एंबुलेंस घायलों की मदद के लिए भेजी गई हैं, लेकिन पुलिस ने विवि परिसर के बाहर ही उन्हें रोक दिया है। रात 11 बजे तक एंबुलेंस विवि परिसर के बाहर ही थीं। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से बातचीत के बाद पुलिस ने एक एंबुलेंस को विवि परिसर में प्रवेश दिया। 
- कई छात्रों के हाथ पैर में फ्रैक्चर आए: प्रियंका  
एम्स से बाहर आईं प्रियंका गांधी ने कहा कि कई छात्रों के हाथ पैर में फ्रैक्चर आए हैं। उन्होंने काफी देर तक घायल छात्रों से बातचीत की है। पुलिस को इस मामले में ठोस कार्रवाई जल्द से जल्द करनी चाहिए। जेएनयू में काफी बर्बरता से छात्रों को मारा गया है। कई लड़कियों को गंभीर चोटें आई हैं। उन्होंने ये भी कहा कि आइशी घोष की हालत काफी नाजुक है। उसके सिर में काफी चोटें आई हैं। 
- जेएनयू मामले की जांच शालिनी सिंह करेंगी
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि गृहमंत्रालय ने जेएनयू मामले में जांच बैठा दी है। गृहमंत्रालय ने आदेश दिया था कि आईजी स्तर की पुलिस अधिकारी मामले की जांच करेगा। लिहाजा रविवार देर रात को जांच बैठा दी गई और पश्चिमी परिक्षेत्र की संयुक्त पुलिस आयुक्त शालिनी सिंह मामले की जांच करेंगी। माना जा रहा है कि दिल्ली पुलिस एक-दो दिन में गृहमंत्रालय को रिपोर्ट दे सकती है।