ग्राम पंचायत भंवरखोह में सरपंच व सहायक सचिव की मिलीभगत से हुआ जमकर भ्रष्टाचार


बिना गड्ढे के ही बना दिये शौचालय, शासकीय योजनाओं का लाभ पाने हितग्राहियों को देने पड़ते हैं पैसे, जिला कलेक्टर से की शिकायत
बड़गड़(सिंगरौली)। जनपद पंचायत वैढ़न के ग्राम पंचायत भंवरखोह में पंचायत मद से हुये निर्माण कार्यों में सरपंच एवं सहायक सचिव द्वारा जमकर अनियमितता बरतने का ग्रामीणों ने आरोप लगाया है। ग्राम पंचायत द्वारा किये गये भ्रष्टाचार की शिकायत ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर से भी की है। 
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पंचायत द्वारा वर्ष २०१७-१८ में मेड़ बंधान का कार्य कराया गया था जिसकी मजदूरी दो ढाई लाख रूपये अब तक बकाया है जिसका भुगतान नहीं किया जा रहा है। ग्राम पंचायत में दो पुलिया स्वीकृत हुआ था जिसमें एक पुलिया को एमपीसीसी कम्पनी द्वारा तथा एक पुलिया यूसीसी कम्पनी द्वारा बनवाया  गया है फिर भी सरपंच व सहायक सचिव के द्वारा उक्त दोनों पुलिया को पंचायत से निर्माण होना दिखाकर उसकी राशि तीन लाख रूपये आहरण कर खयानत कर लिया गया है। 
शिकायत पत्र सौंपते हुये गांव के रामनरेश शाह, चिरंजीत सिंह, सुनिल कुमार साकेत, जग प्रसाद वैस, रामबहोर शाह, रामलल्लू शाह, राजपति साकेत, रमाशंकर बैस, सोनू रजक, संतोष कुमार बैस, रविचन्द बैस, रामायण प्रसाद बैस सहित दो दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत द्वारा २०१७-१८ में जितने शौचालयों का निर्माण कराया गया है उनमें गड्ढा ही नहीं खुदवाया गया है और पूरा कार्य दिखाकर राशि आहरण कर खयानत कर लिया गया है। पंचायत द्वारा जितनी भी पीसीसी सड़क बनवाई गयी उसमें पटरी किसी भी सड़क की नहीं भरी गयी है जिसकी जाँच कराई जाय। 
ग्राम पंचायत के सहायक सचिव व सरपंच पर ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुये बताया कि वर्ष २०१७-१८ में एक तालाब गहरीकरण के लिए कार्य स्वीकृत हुआ था उस तालाब का गहरीकरण नहीं कराया गया और उसकी राशि आहरण कर खयानत कर लिया गया है। वर्ष २०१८-१९ में जो भी कूप निर्माण हुये हैं उसमें नियम विरूद्ध आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के पति के नाम स्वीकृति किया गया है। इसके साथ ही अनपढ़ वृद्धा महिलाओं को आवास आवंटित किया गया और सहायक सचिव के द्वारा उन अनपढ़ महिलाओं के आवास निर्माण को अपने चहेते व्यक्ति को कार्य सौंपकर कार्य कराया गया जो काफी घटिया तरीके से निर्माण कराया गया है जो बरसात के समय पानी छत से अन्दर टपकता है और पूरी दीवाल सीपेज हो जाती है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग किया है कि पंचायत द्वारा कराये गये कार्यों की विधिवत जांच कराई जाकर की गयी खयानत राशि की दोषी लोगों से वसूली कराने एवं सहायक सचिव को अन्य पंचायत में स्थानांतरित किया जाय। 
शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए सहायक सचिव द्वारा ग्रामीणों से जमकर ली जाती है सुविधा शुल्क
ग्राम पंचायत भंवरखोह में भ्रष्टाचार का आलम यह है कि शासन द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए हितग्राहियों से सहायक सचिव द्वारा जमकर वसूली की जाती है। ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत के हितग्राहियों द्वारा कोई भी आवास व अन्य लाभ पाने के लिए आवेदन करता है तो उससे सहायक सचिव के द्वारा १०-१० हजार रूपये तथा कुआ निर्माण के लिए पांच हजार रूपये की मांग की जाती है तथा शौचालय हितग्राही स्वयं निर्माण करवाता है तो फोटो आनलाइन के लिए एक हजार रूपये की मांग की जाती है एवं समग्र आइडी में नाम जोड़ने के लिए दो हजार रूपये की मांग की जाती है इसी तरह वृद्धा पेंशन जिनका बन्द हो गया है या फिर जोड़वाना है तो उसके लिए एक हजार रूपये सहायक सचिव द्वारा मांग की जाती है। सहायक सचिव को उनके मांग के अनुसार यदि कोई हितग्राही पैसा हनीं देता है तो उसे गाली गलौज भी करने लग जाते हैं। जिसकी रिकार्डिंग भी ग्रामीणों के पास मौजूद है।