घिरने लगे आसमान, फिर भीगेगी धान 


- परिवहन ठेकेदार की लापरवाही से फिर बर्बादी की कगार में हजारों क्विंटल धान 
आसमान पर छाए काले बादलों ने एक बार फिर किसानों की धड़कनें बढ़ा दी है। जिले के धान खरीदी केंद्रों में खुले आसमान के नीचे रखी हजारों क्विंटल धान भीगने की कगार पर दिखाई दे रही है तो दूसरी ओर जिम्मेदार अधिकारी बेफिक्री के साथ अपनी ही धुन में मस्त दिखाई दे रहे हैं। वही सहकारी समितियों द्वारा भी धान को भीगने से बचाने के लिए पर्याप्त इंतजाम न कर प्रशासन की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास किया जा रहा है। 
शहडोल (ईएमएस)। जिला अंतर्गत धान खरीदी केंद्रों में खुले आसमान के नीचे रखी हजारों क्विंटल धान पहले ही भीग कर बर्बाद हो चुकी है। समय पर खरीदी केंद्रों से धान का परिवहन न हो पाने के कारण उक्त धान पूरी तरह गीली हो गई और अब सहकारी समितियां सूखे बोरों में गीली धान को भरकर प्रशासन की आंखों में धूल झोंकने का काम कर रही हैं। उक्त गीली धान गोदामों में जमा करा दी जाएंगी और दिक्कत का सामना मिलर्स को करना पड़ेगा। इस संबंध में किसानों का कहना है कि यदि समय रहते अधिकारियों द्वारा धान को भीगने से बचाने के इंतजाम कर लिए गए होते तो आज यह नौबत नहीं आती। 


-बारदाने पर बवाल 
जिले के अधिकांश धान खरीदी केंद्रों में बारदाना का अभाव बना हुआ है। वहीं अनेक खरीदी केंद्रों में बारदाना न होने के कारण पिछले कई दिनों से धान की खरीदी ही नहीं की जा रही है। खरीदी केंद्र रसमोहनी तथा लफदा में चार-पांच दिनों से किसान अपनी धान लेकर खरीदी के इंतजार में बैठे हुए हैं। अपनी धान की रखवाली के लिए इस कड़कती ठंड में भी उन्हें खुले आसमान के नीचे रात्रि बितानी पड़ती है। गत दिनों रसमोहनी के खरीदी केंद्र में पहुंचे फूड कंट्रोलर, तहसीलदार तथा अन्य अधिकारियों के समक्ष किसानों ने बारदाना की कमी को लेकर तीव्र आक्रोश भी जताया था। इसके बावजूद अभी तक वारदाने की व्यवस्था नहीं हो सकी है। इस संबंध में जानकारों का कहना है कि जिम्मेदार विभाग द्वारा धान खरीदी के लक्ष्य के अनुरूप बारदाने की व्यवस्था न किए जाने के कारण यह स्थिति निर्मित हो रही है। 


-ठेकेदार की लापरवाही 
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वर्ष जिला अंतर्गत धान खरीदी केंद्रों से धान का परिवहन करने का ठेका जय लक्ष्मी ट्रांसपोर्ट कंपनी के संचालक अशोक बजाज को सौंपा गया है। उक्त ठेकेदार द्वारा समय पर खरीदी केन्द्रों से धान का उठाव और परिवहन न किए जाने के कारण हजारों क्विंटल धान कई बार बेमौसम बारिश का शिकार हो चुकी है। वहीं शुक्रवार को आसमान पर छाए काले बादलों ने एक बार फिर इस आशंका को बढ़ा दिया है। हैरत की बात तो यह है कि ठेकेदार की लापरवाही से धान का परिवहन ना हो पाने की स्थिति को देखते हुए भी जिम्मेदार अधिकारियों ने अब तक उसके विरुद्ध पेनॉल्टी की कार्यवाही नहीं की है। 


-नहीं दिखी अव्यवस्था 
झींक बिजुरी विकासखण्ड़ बुढ़ार में आयोजित आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को प्रभारी कलेक्टर पार्थ जायसवाल ने धान खरीदी केन्द्र तथा उचित मूल्य दुकान झींकबिजुरी का निरीक्षण किया। हैरत की बात यह रही कि निरीक्षण के दौरान प्रभारी कलेक्टर ने खुले आसमान के नीचे रखी धान को बेमौसम बारिश से बचाने के संबंध में कोई निर्देश नहीं दिया। उन्होंने उचित मूल्य की दुकान में संधारित रिकार्ड का निरीक्षण कर धान खरीदी केन्द्र में अभिलेखों को शत प्रतिशत अद्यतन करने के निर्देश दिए। प्रभारी कलेक्टर ने उचित मूल्य की दुकान में कार्डधारियों को समय पर खाद्यान्न देने के भी निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान अनुविभागीय अधिकारी राजस्व जैतपुर धर्मेन्द्र मिश्रा, खाद्य अधिकारी कमलेश टाण्डेकर एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। 
प्रवीण/17/01/2020