एयर इंडिया के निजीकरण के अलावा विकल्प नहीं: मंत्री


मुंबई। नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि एयर इंडिया के ऊपर करीब 80 हजार करोड़ रुपए के कर्ज का बोझ है। ऐसे में सरकार के पास इसके निजीकरण के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि एयर इंडिया के निजीकरण की प्रक्रिया में कर्मचारियों के सहयोग की जरूरत है। पुरी ने एयर इंडिया के 13 कर्मचारी संगठनों के साथ यहां एक बैठक में यह टिप्पणी की। एक संगठन के प्रतिनिधि के अनुसार, पुरी ने कहा कि सरकार निजीकरण के बाद रोजगार की सुरक्षा को लेकर कर्मचारियों की चिंताओं को दूर करने की कोशिश कर रही है। प्रतिनिधि ने एक घंटे चली बैठक के बाद कहा, 'मंत्री ने कहा कि एयर इंडिया के ऊपर 80 हजार करोड़ रुपए के कर्ज का बोझ है और किसी भी विशेषज्ञ के पास इसका समाधान नहीं है। ऐसी स्थिति में सरकार के समक्ष निजीकरण का ही एकमात्र विकल्प उपस्थित रह जाता है।