दौरा / 3 केंद्रीय मंत्रियों को लेकर जा रहा विमान जम्मू नहीं उतर सका, खराब मौसम के चलते श्रीनगर डाइवर्ट किया गया


श्रीनगर. शनिवार को तीन केंद्रीय मंत्रियों को लेकर जा रही फ्लाइट खराब मौसम के चलते जम्मू नहीं पहुंच सकी। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, अश्विनी चौबे और डॉ. जितेंद्र सिंह को लेकर जा रही इस फ्लाइट को श्रीनगर डाइवर्ट करना पड़ा। तीनों मंत्री जम्मू के दौरे पर जा रहे थे। दरअसल, केंद्र सरकार ने 18 से 24 जनवरी के बीच 36 मंत्रियों को जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में भेजने की बात कही थी। इन मंत्रियों को अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पिछले 5 महीनों में बनाई गईं विकास नीतियों का प्रचार-प्रसार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। सरकारी सूत्रों के अनुसार, जम्मू में 51 और श्रीनगर में आठ दौरे होने हैं।


इससे पहले, शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्रियों से जम्मू-कश्मीर में किए जा रहे विकास कार्यों का संदेश स्थानीय लोगों तक पहुंचाने को कहा। प्रधानमंत्री ने ग्रामीण इलाकों पर विशेष ध्यान देने और स्थानीय लोगों से संवाद करने को भी कहा। जम्मू-कश्मीर भेजे जाने वाले सभी 36 मंत्रियों के दौरे इस तरह तैयार किए गए हैं कि अगले 7 दिनों में सभी महत्वपूर्ण जगहों तक केंद्र सरकार का संदेश पहुंचाया जा सके।


जम्मू-कश्मीर में केंद्रीय मंत्रियों के दौरे का कार्यक्रम:





















































































































































































































































तारीखमंत्री का नामस्थान
18 जनवरी, 2020अर्जुन राम मेघवालसांबा का पुरमंडल
 अश्विनी चौबेसांबा का चज्जवल
 डॉ. जितेंद्र सिंहजम्मू शहर
19 जनवरी, 2020स्मृति ईरानीरियासी जिले में कटरा और पंथल
 पीयूष गोयलजम्मू का अखनूर
 महेंद्र नाथ पांडेजम्मू का डांसल
 अर्जुन राम मेघवालकठुआ का बशोली
 वी. मुरलीधरनकठुआ का बिलावर
20 जनवरी, 2020जनरल वी.के. सिंह(सेनि)

उधमपुर का टिकरी


 प्रताप सारंगीकठुआ का रामकोट
 आर.के. सिंहडोडा का घाट क्षेत्र
 देबश्री चौधरीजम्मू का मरह क्षेत्र
21 जनवरी, 2020किरिन रिजीजूजम्मू का सुचेतगढ़
 किशन पाल सिंह गुर्जर

पुंछ का मंडी


 जनरल वी.के. सिंह(सेनि)उधमपुर का चिनानी
 नितिन गडकरीराजौरी जिला मुख्यालय
 कैलाश चौधरीसांबा का विजयपुर
 प्रताप सारंगीकठुआ
 गजेंद्र सिंह शेखावतकठुआ का हीरानगर
 अनुराग ठाकुरजम्मू का खरौर
 अर्जुन मुंडारानची का पौनी
 हरदीप सिंह पुरीराजौरी ग्रामीण
 थावर चंद गहलोतपुंछ का सुरनकोट
 संजय धोत्रेराजौरी का कालाकोट
 संतोष गंगवाररामबन का बटोटे
22 जनवरी, 2020पुरुषोत्तम रुपालाजम्मू का आरएस पुरा
 प्रहलाद सिंह पटेलउधमपुर का रामनगर
 किशन पाल सिंह गुर्जरपुंछ
 कैलाश चौधरीसांबा का काकरामबाग
 गजेंद्र सिंह शेखावतकठुआ के बरनोटी
 प्रहलाद पटेलउधमपुर का मजल्टा
 रेणुका सिंहउधमपुर का खून क्षेत्र
 अर्जुन मुंडारायसी का अरनास
 सोम प्रकाशजम्मू का भलवाल
 थावर चंद गहलोतपुंछ का बालाकोट
 संजय धोत्रेराजौरी का नौशेरा
 संतोष गंगवाररामबन का चित्रकोटे
 फग्गन सिंह कुलस्तेपुंछ का कुलगंज
 राव साहिब पाटिल दन्वेराजौरी का मंजाकोटे
23 जनवरी, 2020पुरुषोत्तम रूपाला

जम्मू का मिरगन साहिब


 साध्वी निरंजन ज्योतिरायसी का भोमाग
 सुरेश सी. अंगड़ीजम्मू का बिश्नाह
 सोम प्रकाशरायसी का ठकरकोट
 फग्गन सिंह कुलस्तेपुंछ का मनकोट
 रामेश्वर तेलीरामबन
24 जनवरी, 2020प्रह्लाद जोशीराजौरी का कोट्रांका
 गिरिराज सिंहउधमपुर का चेनानी


अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद केंद्र शासित प्रदेश बन चुके जम्मू और कश्मीर में मंत्रियों के दौरे की योजना 15 जनवरी को बनी थी और 17 जनवरी को हुई बैठक में अंतिम रूप दिया गया। इस कार्यक्रम को गृह मंत्री अमित शाह की पहल पर तैयार किया गया है। गृह मंत्रालय ही इसका संयोजक है।


5 अगस्त, 2019 को हटा अनुच्छेद 370


केंद्र सरकार ने 5 अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा दिया था। गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में अनुच्छेद 370 हटाने के लिए संकल्प पेश किया था। शाह के संसद में प्रस्ताव रखने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अनुच्छेद 370 हटाने के लिए संविधान आदेश (जम्मू-कश्मीर के लिए) 2019 के तहत अधिसूचना जारी कर दी थी। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया था।