चटका शराब दुकान से लूट के एक आरोपी को मोरवा पुलिस ने किया गिरफ्तार, दूसरे की तलाश जारी


आरोपी के पास से नकदी, देसी कट्टा समेत जिंदा कारतूस बरामद
मोरवा,सिंगरौली। नए वर्ष की शुरुआत में ही क्षेत्र में लूट की वारदात को अंजाम देकर बदमाशों ने पुलिस को खुली चुनौती दे डाली थी। 1 जनवरी की रात मोरवा थाना क्षेत्र स्थित चटका अंग्रेजी शराब दुकान में दो अज्ञात बदमाशों ने कट्टे के दम पर सेल्समैन से लूट की वारदात को अंजाम दिया था। घटना के बाद जगह-जगह छापेमारी व संदिग्धों से पूछताछ कर रही पुलिस ने 4 दिनों में ही लूट की वारदात में शामिल मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल कर ली है। जिसके पास से पुलिस ने नकदी समेत देसी कट्टा व जिंदा कारतूस भी जप्त किए हैं, वहीं दूसरे आरोपी की तलाश में जगह-जगह छापेमारी की जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार चटका स्थित शराब दुकान में हुई लूट की वारदात के बाद सेल्समैन अमरेश सिंह पिता रामविलास सिंह की तहरीर पर अपराध क्रमांक 10/20 पंजीबद्ध कर पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रदीप शिंदे व एसडीओपी डॉक्टर कृपाशंकर द्विवेदी के मार्गदर्शन में मोरवा निरीक्षक नागेंद्र प्रताप सिंह द्वारा एक टीम गठित कर क्षेत्र के निगरानी बदमाश व संदिग्धों से लगातार की जा रही थी कि इस दौरान पूछताछ के बीच मुखबीर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि बैढ़न का शातिर बदमाश पंकज साहू नए साल से ठीक पहले कुछ दिनों तक लगातार मोरवा क्षेत्र में देखा गया है एवं वारदात के बाद से ही उसका पता नहीं चल रहा। जिस पर उसकी पतासजी के लिए बैढ़न रवाना हुई टीम ने नवानगर के पास से आरोपी पंकज साहू पिता पुरषोत्तम साहू उम्र 36 वर्ष निवासी धुरिताल को गिरफ्तार किया। पुलिस की पूछताछ में पंकज साहू ने अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देना भी कबूल कर लिया गया है। लूट की रकम दोनों आरोपियों ने आपस में बांट लेने की बात भी कबूल की है। मोरवा पुलिस ने पंकज साहू की निशानदेही पर लूटे गए पैसे में से 12000 रुपये व वारदात में इस्तेमाल हुआ देसी कट्टा व चार जिंदा कारतूस भी से बरामद कर लिए गए हैं। 
मोरवा पुलिस ने आरोपी पंकज साहू को धारा 392 आईपीसी एवं 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार कर पुलिस अभिरक्षा में आज न्यायालय पेश किया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। उक्त कार्यवाही में मोरवा निरीक्षक नागेंद्र प्रताप सिंह के साथ सहायक उपनिरीक्षक साहब लाल सिंह, प्रधान आरक्षक राजवर्धन सिंह, राजेश द्विवेदी, आरक्षक विवेक सिंह, सुनील मिश्रा, सुबोध सिंह तोमर, दिव्यम सिंह एवं नरेंद्र सिंह यादव की अहम भूमिका रही है।