भारत ने कहा- दुनिया पाकिस्तान का दोहरा रवैया समझती है; कश्मीर पर तीसरे पक्ष के दखल की जरूरत नहीं


नई दिल्ली. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने गुरुवार को कहा कि कश्मीर के हालत को चिंताजनक बनाने की पाकिस्तान की कोशिश विफल रही है। वैश्विक समुदाय पाकिस्तान के दोहरे रवैये को समझता है। कुमार ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि कश्मीर पर किसी भी तीसरे पक्ष को दखल देने की जरूरत नहीं है। यह भारत और पाकिस्तान का द्विपक्षीय मामला है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प फिर से कश्मीर का मुद्दा उठा रहे हैं। कश्मीर पर हमारा स्टैंड क्लियर है।


इससे पहले स्विट्जरलैंड के दावोस में आयोजित वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) में मंगलवार को ट्रम्प ने कहा था कि अमेरिका कश्मीर से जुड़े घटनाक्रम को बहुत करीब से देख रहा है। इस मामले को सुलझाने में मदद करने के लिए हम तैयार हैं। 


मौजूदा समय में युद्ध जैसी तनावपूर्ण स्थिति नहीं- इमरान खान


इसके बाद डब्ल्यूईएफ की बैठक से इतर बुधवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका से कश्मीर पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता में मदद करने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि मौजूदा समय में भारत के साथ युद्ध जैसी तनावपूर्ण स्थिति नहीं है, लेकिन इसके बावजूद संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका को दोनों परमाणु हथियार संपन्न देशों के बीच तनाव कम करने के लिए काम करना चाहिए।


‘एएफएटीएफ तय करेगी पाकिस्तान ने आतंक पर कितना काम किया’


कुमार ने यह भी कहा कि फाइनेंसियल एक्शन टास्ट फोर्स (एफएटीएफ) ने पाकिस्तान पर शिकंजा कसा है। पेरिस में 16 फरवरी से बैठक शुरू हो रही है। पाकिस्तान ने आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए कितना काम किया है, वहां इसी नजरिए पर उसे परखा जाएगा। अभी मैं कुछ नहीं कह सकता। पाकिस्तान जिस तरह से आतंकवाद को फाइनेंस कर रहा है, वह चिंता का विषय है। अब एफएटीएफ को देखना है कि इमरान सरकार ने इसे बंद करने के लिए क्या किया है।


शांति और स्थिरता के बिना आर्थिक विकास संभव नहीं: इमरान


इमरान खान ने बुधवार को दावोस में कहा था कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत के साथ हमारे संबंध अच्छे नहीं हैं, जब दोनों देश का रिश्ता सामान्य हो जाएगा तब दुनिया को पाकिस्तान की सही आर्थिक क्षमता का अहसास होगा। शांति और स्थिरता के बिना आर्थिक विकास संभव नहीं है।


‘पाकिस्तान शांतिपूर्ण संबंध चाहता है तो अनुकूल माहौल बनाए’


इस पर कुमार ने कहा कि अगर पाकिस्तान भारत के साथ शांतिपूर्ण संबंध चाहता है तो इसके लिए अनुकूल माहौल बनाने की जरूरत है। आतंकी संगठनों के खिलाफ वे क्यों एक्शन नहीं ले पा रहे हैं? हमें हमेशा लगता है कि वे अंतरराष्ट्रीय समुदाय को बरगलाने के लिए ऐसा बयान देते हैं। इस तरह के बयान से उन्हें बाज आना चाहिए।