यूपी हिंसा / नुकसान की भरपाई प्रदर्शनकारियों से करेगा प्रशासन; पुलिस के 9 डंडे और 3 हेलमेट का पैसा वसूलने के लिए भी नोटिस भेजा


लखनऊ/रामपुर. नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में पिछले दिनों हुई हिंसा के दौरान सरकारी संपत्ति के नुकसान की भरपाई प्रदर्शनकारियों से की जाएगी। रामपुर में प्रशासन ने हेलमेट, लाठी, जीप, बाइक और रबर बुलेट जैसी चीजों को हुए नुकसान का पैसा वसूलने के लिए 28 लोगों को नोटिस भेजा है। नोटिस के मुताबिक, 14.86 लाख रुपए की सरकारी संपत्ति का नुकसान हुआ। जिन्हें नोटिस भेजा गया है, उनमें फेरीवाले और मजदूर भी शामिल हैं।


इन संपत्तियों के नुकसान के लिए वसूली की जाएगी









































संपत्तिकितनी कीमत वसूली जाएगी
पुलिस की जीप7.5 लाख रु.
हीरो डीलक्स बाइक55,000 रु.
होंडा शाइन बाइक65,000 रु.
टीवीएस स्पोर्ट्स बाइक55,000 रु.
पुलिस की पल्सर बाइक90,000 रु.
अपाचे बाइक90,000 रु.
वायरलेस सेट, हूटर, 10 डंडे, 3 हेलमेट, 3 बॉडी प्रोटेक्टर, 3 कैन सील्ड आदि31,500 रु.
बैरिकेडिंग और पुलिस बैरियर3.5 लाख रु.

21-22 को व्यावसायिक गतिविधियां बंद रहीं, करोड़ों का नुकसान हुआ- प्रशासन


प्रशासन ने नोटिस में कहा कि उपद्रवियों को नियंत्रित करने के लिए टियर गैस शेल, रबर बुलेट, प्लास्टिक पैलेट्स आदि की फायरिंग की गई, इससे राजकोष पर अनावश्यक बोझ पड़ा। 21 और 22 दिसंबर को हिंसक घटनाओं की वजह से व्यापारिक गतिविधियां बंद रहीं। इससे व्यवसायियों को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ। प्रदर्शनकारी अस्पताल भी गए और वहां भी तोड़फोड़ की। 


लखनऊ में भी हिंसक प्रदर्शन के दौरान 100 से अधिक लोगों को संपत्ति नुकसान पहुंचाने के मामले में नोटिस जारी किया जा चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि जिन लोगों ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया, उनकी संपत्ति जब्त कर क्षतिपूर्ति वसूली जाएगी।


रामपुर पहला जिला, जहां 28 लोगों की सीधे आरोपी बनाया


उत्तर प्रदेश में रामपुर पहला जिला है, जहां संपत्ति के नुकसान के लिए 28 लोगों को सीधे आरोपी बनाया गया। 21 दिसंबर को रामपुर में प्रदर्शनकारियों द्वारा सार्वजनिक संपत्ति में तोड़फोड़ की गई थी। सुरक्षा बलों पर फायरिंग और पथराव किया गया। इसमें एक युवक की मौत हो गई थी। पुलिस ने हिंसा मामले में 150 से अधिक प्रदर्शनकारियों को चिन्हित किया है। अभी तक 33 लोग गिरफ्तार किया है।