उन्नाव रेप पीड़िता की मौत- मन में कानून का डर पैदा करें सरकारें : मायावती 


नई दिल्ली। उन्नाव रेप पीड़िता की दर्दनाक मौत पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने दुख जताया है। शनिवार सुबह उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'जिस उन्नाव रेप पीड़िता को जलाकर मारने की कोशिश की गई, उसकी कल रात दिल्ली में हुई दर्दनाक मौत अति-कष्टदायक है। इस दुख की घड़ी में बसपा पीड़ित परिवार के साथ है। यूपी सरकार पीड़ित परिवार को समुचित न्याय दिलाने हेतु शीघ्र ही विशेष पहल करे, यही इंसाफ का तकाजा और जनता की मांग है।' मायावती ने बलात्कारियों के लिए फांसी की मांग करते हुए कहा, 'इस किस्म की दर्दनाक घटनाओं को यूपी सहित पूरे देशभर में रोकने हेतु राज्य सरकारों को चाहिए कि वो लोगों में कानून का खौफ पैदा करे और केंद्र भी ऐसी घटनाओं को मद्देनजर रखते हुए दोषियों को निर्धारित समय के भीतर फांसी की सख्त सजा दिलाने का कानून जरूर बनाए।'
मालूम हो कि उन्नाव गैंगरेप पीड़िता का दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में शुक्रवार रात 11 बजकर 40 मिनट पर निधन हो गया। 90 प्रतिशत से भी ज्यादा जल चुकी यूपी की यह 'निर्भया' को गुरुवार देर शाम एयर लिफ्ट कर लखनऊ से दिल्ली लाया गया था। यहां अस्पताल में रात नौ बजे तक वो होश में थी। जब तक वो होश में रही, कहती रही- 'मैं बच तो जाउंगी, दोषियों को छोड़ना नहीं।' इसके बाद से लगातार उसकी हालत बिगड़ती गई। डॉक्टरों ने उसे होश में लाने की पूरी कोशिश की, उसे वेंटिलेटर पर रखा लेकिन वो नींद से नहीं उठ सकी। बता दें कि 23 वर्षीय पीड़ित युवती के साथ दिसंबर 2018 में रेप हुआ था। इस मामले में मार्च 2019 में मामला दर्ज किया गया था। गुरुवार तड़के वो उन्नाव से रायबरेली जाने के लिए घर से निकली थी। लेकिन रास्ते में मुख्य आरोपी शुभम त्रिवेदी समेत पांच आरोपी हथियारों के बल पर घसीट कर उसे पास के खेत में ले गए। यहां उन्होंने उसके साथ मारपीट की और चाकू से हमला किया। इसके बाद पांचों ने मिट्टी का तेल छिड़क कर पीड़िता को जला दिया। पीड़िता रायबरेली में अपने वकील से मिलने के लिए ट्रेन पकड़ने जा रही थी जब ये घटना हुई।