स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 / इंदौर पहली और दूसरी तिमाही में देशभर में टॉप पर, स्वच्छ शहर का खिताब चौथी बार हासिल करने से बस एक कदम दूर


नई दिल्ली/इंदौर. केंद्र सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष में स्वच्छता सर्वेक्षण की पहली और दूसरी तिमाही के आंकड़े मंगलवार को जारी किए गए। दोनों में इंदौर देशभर के सबसे स्वच्छ शहरों में टॉप पर रहा। इस सर्वेक्षण में पहली तिमाही में भोपाल नंबर दो पर था, लेकिन दूसरी तिमाही में वह खिसककर 5वें नंबर पर पहुंच गया। पहली तिमाही में 5वें नंबर पर रहने वाला राजकोट दूसरी तिमाही में छलांग लगाते हुए सीधे दूसरे नंबर पर पहुंच गया।


10 लाख से ज्यादा आबादी वाले टॉप पांच शहरों में इंदौर के बाद राजकोट, नवी मुंबई, वडोदरा और फिर भोपाल रहा है। महापौर मालिनी गौड़ ने ट्वीट कर खुशी जाहिर की। उन्‍होंने लिखा है कि हमारा इंदौर फिर से नंबर 1 आया है। अब मुख्य परीक्षा की घड़ी भी आने वाली है। 4 से 31 जनवरी 2020 तक स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 चलेगा। हमें उस सर्वेक्षण में भी प्रथम आना है और स्वच्छता का चौका लगाना है।



  • पहली तिमारी में टॉप- इंदौर, भोपाल, सूरत, नासिक और राजकोट

  • दूसरी तिमाही में टॉप- इंदौर, राजकोट, नवी मुंबई, वडोदरा, भेापाल


अब आगे क्या: 



  • अब तक हुए दो सर्वे में 50% सर्वे हो चुका है। यह 25-25 फीसदी अंक का है जबकि अब बाकी दो सर्वे 50% अंक के होंगे।

  • अभी मुख्य तौर पर 5 बिंदुओं पर स्वच्छता का आकलन किया गया। इसमें कचरा संग्रहण, कचरा प्रोसेसिंग यानी निपटान, कचरा फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई और थोक में निकले कचरे के निपटान की प्रक्रिया।

  • अगले सर्वे में 3 बिंदु रहेंगे। इसमें पब्लिक का फीडबैक, वाटर प्लस, स्टार रैंकिंग जो कि 1000 प्वाइंट की होगी। वाटर प्लस से मतलब इस्तेमाल किए गए पानी का दोबारा प्रयोग में लाने से है।

  • इस बार के स्वच्छता सर्वे में देशभर के 3971 शहर शामिल हुए थे। 10 से 25 लाख आबादी वाले शहर में 49 शहर शामिल किए गए। इसमें 1860 में से 1632.72 अंकों के साथ इंदौर टॉप पर है।

  • 6 हजार अंकों के इस सर्वे में पहली और दूसरी तिमारी में मात्र तीन सौ अंक दिए गए हैं क्योंकि इसमें नगर निकायों को अपने यहां चल रहे कामों पर ऑनलाइन डाटा फीड करना था। तीसरा सर्वे 31 दिसंबर को खत्म हो गया, जो 500 अंकों के लिए था।

  • आखिरी सर्वे में पब्लिक फीडबैक के 1500 अंक, सेल्फ ऑब्जर्वेशन के लिए 1500 अंक और स्टार रेटिंग के लिए 1000 अंक मिलेंगे। इसके अलावा शहर में स्वच्छता को लेकर चलाए जा रहे अलग प्रयोगों पर अंक प्रदान किए जाएंगे।