पेजावर मठ के प्रमुख विश्वेश तीर्थ स्वामीजी का 88 की उम्र में निधन, कर्नाटक में तीन दिन का राजकीय शोक


बेंगलुरु. पेजावर मठ के प्रमुख विश्वेश तीर्थ स्वामीजी (88) का रविवार सुबह उडुपी स्थित श्रीकृष्ण मठ में निधन हो गया। उडुपी के विधायक रघुपति भट ने बताया कि स्वामीजी ने सुबह 9:30 बजे अंतिम सांस ली। उनका पार्थिव शरीर महात्मा गांधी मैदान में रखा जाएगा। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने मठ जानकर उनके अंतिम दर्शन कर शोक व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने स्वामी के निधन पर तीन दिनों का राजकीय शोक घोषित किया है।प्रधानमंत्री मोदी ने स्वामीजी के निधन पर शोक जताते हुए कहा, “श्री विश्वेश तीर्थ स्वामीजी उन लाखों लोगों के दिल-दिमाग में रहेंगे, जिन्हें उनसे मार्गदर्शन मिला। गुरु पूर्णिमा में उनसे मिलना यादगार रहा। उनके चाहने वालों के प्रति मेरी संवेदनाएं।” मोदी 2014 में चुनाव जीतने और प्रधानमंत्री पद ग्रहण करने के बाद स्वामीजी से मिलने पहुंचे थे।


गृह मंत्री और वित्त मंत्री ने श्रद्धांजलि दी


गृह मंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी स्वामीजी के निधन पर शोक जताया। इसके अलावा भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी।


लाइफ सपोर्ट सिस्टम में होने के बावजूद आश्रम जाने की इच्छा रखी थी
20 दिसंबर को स्वास्थ्य खराब होने के बाद उन्हें कस्तूरबा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। यहां लाइफ सपोर्ट सिस्टम में रखे जाने के बावजूद भी उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने अस्पताल छोड़कर वापस मठ जाने की इच्छा जता दी थी। कस्तूरबा अस्पताल ने शनिवार को स्वास्थ्य बुलेटिन में कहा था कि श्री विश्वेश तीर्थ स्वामी जी की हालत बहुत गंभीर है और उनकी स्थिति बिगड़ती जा रही है। वे अचेत हैं। हालांकि, इसके बावजूद मठ के अधिकारी उन्हें आश्रम ले गए। 


पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती के गुरू थे विश्वेश तीर्थ स्वामी जी
विश्वेश स्वामी जी मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता उमा भारती के गुरू रहे। उमा ने कहा कि उनके गुरु एक बड़े कर्म योगी थे और उन्होंने ही मुझे कर्म योगी बनने की दीक्षा दी। वे करीब एक सप्ताह से उडुपी में ही हैं। उमा ने 1992 में स्वामी जी से संन्यास दीक्षा ली थी।