मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किया ऐतिहासिक राजा भोज ताल में म्यूजिकल फाउन्टेन व वॉटर स्क्रीन का लोकार्पण 


भोपाल। राजधानी भोपाल को देश के सबसे बड़े म्यूजिकल फाउंटेन एवं वाटर स्क्रीन की सौगात प्राप्त हुई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राजधानी के ऐतिहासिक राजा भोज ताल में नगर निगम भोपाल द्वारा स्थापित म्यूजिकल फाउंटेन एवं वॉटर स्क्रीन का लोकार्पण किया। लोकार्पण अवसर पर वॉटर स्क्रीन पर महात्मा गांधी के जीवन पर आधारित फिल्म का लुत्फ भी मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं अन्य अतिथियों ने लिया। म्यूजिकल फाउंटेन एवं वॉटर स्क्रीन का पहला शो एस.ओ.एस बालग्राम के दिव्यांग बच्चों को समर्पित किया गया। लोकार्पण अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह, विधि-विधायी कार्य, जनसंपर्क मंत्री पी सी शर्मा, महापौर आलोक शर्मा, निगम परिषद अध्यक्ष डा सुरजीत सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष नगर निगम मोहम्मद सगीर, कलेक्टर तरूण पिथौड़े, डीआईजी  इरशाद वली, निगम आयुक्त विजय दत्ता, पूर्व महापौर सुनील सूद सहित महापौर परिषद के सदस्यगण, पार्षदगण व अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण व गणमान्य नागरिक मौजूद थे।  
लोकार्पण अवसर पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राजधानी के ऐतिहासिक भोज ताल के किनारे देश के सबसे बड़े म्यूजिकल फाउन्टेन एवं वॉटर स्क्रीन स्थापित कराने पर महापौर आलोक शर्मा की सराहना की और कहा कि हमारे शहर को, प्रदेश को सुंदर बनाना हम सबका लक्ष्य है और इसके लिए हम सबको आपसी सहयोग से कार्य करना चाहिए। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि भोपाल के इतिहास को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने और वॉटर स्क्रीन पर इसकी प्रस्तुति के लिए इतिहासकारों की समिति बनाने पर महापौर श्री आलोक शर्मा की मांग पर सहमति व्यक्त की। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि हमने देश के सबसे बड़े लेजर शो करने वालों को बुलाया और उनसे अपने प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर इस प्रकार के वॉटर स्क्रीन बनाने के संबंध में चर्चा की है। मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने कहा कि भोपाल शहर सुन्दर बनता जा रहा है। भोपाल शहर को सुन्दर बनाने का कार्य नगर निगम भोपाल प्रदेश सरकार के साथ ही नागरिकों को भी आगे आना होगा। मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने शहर में बढ़ती हुई आबादी एवं वाहनों की संख्या का उल्लेख करते हुए कहा कि शहर की केरिंग केपिसिटी हमारे लिए चुनौती है इसके लिए हमें शहरों का उपनगरीय विस्तार पर विचार करना होगा। श्री नाथ ने कहा कि भोपाल और इन्दौर का बड़े पैमाने पर शहरीकरण हो रहा है शहरीकरण का मुकाबला करने हेतु इनके फैलाव पर हमें ध्यान देना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल शहर का व्यवस्थित विकास किया जायेगा। उन्होंने महापौर श्री आलोक शर्मा के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि आप समय समय पर मुझसे मिलकर भोपाल के भविष्य का नक्शा बनायें हमारे शहर की संस्कृति और विरासत को जीवित रखने का नक्शा तैयार किया जायेगा। 
जनसंपर्क मंत्री पी.सी. शर्मा ने कहा कि यह म्यूजिकल फाउन्टेन भोपाल शहर को और अधिक सुन्दरता प्रदान करेगा। श्री शर्मा ने मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा प्रदेश के विकास और निवेश हेतु किये जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की सोच सभी सुखी हों, सभी निरोगी हों की है। श्री शर्मा ने संजीवनी क्लीनिक योजना प्रारंभ किए जाने की भी सराहना की तथा भोपाल के तालाब के सौन्दर्यीकरण और स्वच्छता हेतु पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा किये गये कार्यों का उल्लेख भी किया।  
इस अवसर पर महापौर आलोक शर्मा ने अपने स्वागत उद्बोधन में देश के सबसे बड़े म्यूजिकल फाउंटेन एवं वॉटर स्क्रीन की सौगात पर राजधानी के नागरिकों को हार्दिक बधाई दी और इसका लोकार्पण करने हेतु भोपाल की 23 लाख जनता जनार्दन की ओर से मुख्यमंत्री कमलनाथ का अभिनंदन किया। महापौर श्री शर्मा ने कहा कि भोपाल का 01 हजार साल का गौरवशाली इतिहास रहा है यहां की गंगा-जमुनी संस्कृति के चर्चे पूरी दुनिया में होते है। श्री शर्मा ने कहा कि हमारे पूर्वजों की विरासत उनकी संस्कृति और इतिहास की जानकारी आने वाली पीढ़ियों को कराना भी हमारा दायित्व है। महापौर श्री शर्मा ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से मांग की कि भोपाल के इतिहास को सहेजकर आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने हेतु साहित्यकारों, इतिहासकारों की एक समिति बनाई जाए ताकि भोपाल के इतिहास को व्यवस्थित ढंग से संकलित कर वॉटर स्क्रीन के माध्यम से प्रदर्शित किया जाए। महापौर श्री शर्मा ने बताया कि वह अपनी पारिवारिक यात्रा पर सिंगापुर गए थे तो वहां इस प्रकार की वॉटर स्क्रीन और म्यूजिकल फाउंटेन देखकर मन में यह ठाना था कि इसी प्रकार का वॉटर स्क्रीन भोपाल में भी स्थापित होना चाहिए और यही संकल्प आज पूरा हुआ है। महापौर श्री शर्मा ने कहा कि राजा भोज ने बड़े तालाब पर लगभग 01 हजार वर्ष पूर्व जो बांध बनाया था वह आज भी वैसा ही बरकरार है। श्री शर्मा ने कहा कि सेटेलाइट से भी यह ज्ञात हुआ है कि भोपाल के बड़े तालाब के नीचे वैदिक नगर बसा हुआ था इसकी भी खोज होनी चाहिए।  
इससे पहले कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्यमंत्री कमलनाथ व अन्य अतिथियों ने शिला पट्टिका का अनावरण कर म्यूजिकल वॉटर फाउंटेन एवं वॉटर स्क्रीन का लोकार्पण किया। कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्जवलन कर किया गया। महापौर आलोक शर्मा ने मुख्यमंत्री कमलनाथ का स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मान किया जबकि स्थानीय पार्षद श्रीमती शबिस्ता जकी ने आभार व्यक्त किया। इसके उपरांत अतिथियों से म्यूजिकल फाउंटेन एवं वॉटर स्क्रीन पर महात्मा गांधी के जीवन आधारित लघु फिल्म का आनन्द भी लिया।  
विदित हो कि नगर निगम भोपाल द्वारा राजधानी के ऐतिहासिक राजा भोज ताल किनारे प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण मनमोहक सौम्य एवं शांत स्थल जीवन वाटिका पार्क में लगभग 8.1 करोड रुपये की लागत से म्यूजिकल फाउन्टेन एवं वॉटर स्क्रीन तथा ऑडिटोरियम का निर्माण कराया गया है। देश की सबसे बड़ी वॉटर स्क्रीन के संचालन से यहां आने वाले नागरिकों का भरपूर मनोरंजन होगा। प्रतिदिन लगभग 600 व्यक्ति म्यूजिकल फाउंटेन एवं वॉटर स्क्रीन का आनन्द ले सकेंगे साथ ही उक्त फाउंटेन के चलने से प्रतिदिन 20 लाख लीटर जल का शुद्धिकरण होगा। 
उक्त फाउण्टेन के निर्माण में विशेष आधुनिक तकनीकी का उपयोग करते हुए 45 2डी नोजल एवं 115 3 डी नोजल स्थापित किये गये। शो हेतु वाटर स्क्रीन 30 मीटर लम्बाई एवं 10 मीटर ऊचाई की है। क्योंकि बड़ा तालाब एक बाँध है अत: इसके जल को सड़ने से बचाने के लिए इसका दैनिक रूप से परिसंचरण किया जाना चाहिए। इससे तालाब के पानी में घुलित आक्सीजन बढ़ेगी और ठव्क् (बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमान्ड) और ब्व्क् (केमिकल ऑक्सीजन डिमान्ड) कम होगी तथा क्षेत्र में जलचरों का प्रजनन बढ़ेगा। उक्त म्यूजिकल फाउन्टेन पर लगने वाले ऑडियो सिस्टम का निर्धारण विशेषज्ञों द्वारा किया गया जिससे कि वन विहार तक ध्वनि की तीव्रता 65 डिस्बिल से कम होगी जो कि दो लोगों के बात करने के बराबर है। उक्त स्थल पर दर्शकों की सुविधा हेतु अत्याधुनिक बायो डाइजेस्टर युक्त बायो टायलेट लगाये गये है।