मेघावी छात्र योजना बंद नहीं होगी: कमलनाथ 


विस में पूर्व सीएम चौहान ने उठाया था मामला
भोपाल । प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज विधानसभा में कहा कि मेधावी छात्र योजना बंद करने की हमारी सोच नहीं है। सरकारी खजाने की स्थिति की ओर ध्यान आकर्शित कराते हुए उन्होंने कहा कि इसक बारे में प्रश्नकर्ता सदस्य (पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान) अच्छी तरह से वाकिफ हैं। उन्होंने सदन को आश्वस्त किया कि इसके बावजूद किसी भी योजना में कटौती नहीं की जाएगी। योजना का लाभ सभी योग्य जररुतमंदों को मिलेगा। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने चालू शिक्षण सत्र में अभी तक मात्र ग्यारह हजार मेधावी छात्रों को योजना का लाभ मिलने पर चिंता जताते हुए कहा कि मेघावी छात्र योजना को बंद नहीं किया जाना चाहिए। शिवराज ने कहा कि खजाना खाली है तो कोई औरंगजेब थोडे ही खजाना लूट कर ले गए हैं। खजाने में पैसा आता है और खर्च होता है। कमलनाथ ने कहा कि आपही के शासनकाल के वित्तमंत्री ने कहा था कि खजाना खाली है।
 उन्होंने कहा कि आपकी सरकार में बजट प्रावधान नहीं था और ढेर सारी घोषणाएं कर दी थी , उन्हीं घोषणाओं हम पूरा कर रहे हैं। हम यह सब सदन के सामने रखेंगे। इसका विरोध करते हुए चौहान ने कहा कि  13 साल सीएम रहा, जो घोषणाएं की उसे पूरा भी किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों से पूछ लेना, कोई पैसा की कमी नहीं थी। इससे पहले प्रश्न के उत्तर में ग्रहमंत्री बालाबच्चन ने जानकारी दी कि योजनांतर्गत छात्रों को उच्च शिक्षा में अवसर उपलब्ध कराने के लिए योजना सत्र 2018-19 में 58201 छात्रों की राशि शुल्क के रुप में सरकार द्वारा वहन की गई। उन्होंने बताया कि लाभार्थियों को दये शुल्क के रुप में राशि 128,39,64,466 रुपए सरकार द्वारा वहन की गई। उन्होंने बताया कि सत्र 2018-19 में कुल 60005 आवेदन प्राप्त हुए एवं 58201 छात्र लाभान्वित हुए। जवाब से असंतुष्ठ ने चौहान ने कहा कि अभी कई छात्र योजना का लाभ लेने के लिए दर-दर भटक रहे हैं। उन्होंने सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि गरीब छात्रों के कल्याण की योजना कोई भी बंद नहीं होना चाहिए। इसके बाद सदन में सत्तापक्ष और विपक्ष ने जमकर नौकझोंक हुई। इससे पूर्व विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही प्रश्नकाल के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय से निष्कासित छात्रा और मेधावी छात्रवृत्ति का मामला उठाया। शिवराज ने कहा कि विश्वविद्याल में छात्रों के साथ आतंकवादियों की तरह व्यवहार हुआ। छात्रों का निष्कासन तुरंत रद्द होना चाहिए। नेता  प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने पूरे मामले की जांच उच्च स्तरीय समिति से कराई जाए।