मेधा पाटकर का राजघाट पर विरोध, लगे 'पाकिस्तान जाओ' के नारे


नई दिल्ली। नर्मदा बचाओ आंदोलन चलाने वाली सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर को पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों ने राजघाट पर घेराव किया। मेधा पाटकर भाटी माइंस में इन पाकिस्तानी शरणार्थियों के कैंप में सुविधाओं को लेकर पहले संघर्ष करती रही हैं, लेकिन गुरुवार को जब राजघाट पर मेधा पाटकर ने जेएनयू में छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई को गलत बताया तो तमाम शरणार्थी भड़क गए और 'पाटकर पाकिस्तान जाओ' के नारे लगाने लगे। मेधा पाटकर को इन लोगों ने न केवल घेराव किया बल्कि उन्हें राजघाट से दूर तक खदेड़ भी दिया। गौरतलब है कि  दिल्ली के राजघाट में संशोधित नागरिकता कानून के पक्ष में गुरुवार को प्रदर्शन और सभा की गई। पाकिस्तान, बांग्लादेश और अन्य देशों से आए हिंदू तथा दूसरे धर्मों के शरणार्थियों ने इस कानून के पक्ष में समर्थन किया। प्रदर्शन कर रही एक हिंदू शरणार्थी महिला, 'पाकिस्तान ने निकाला है, भारत ने संभाला है' लिखी हुई तख्ती लिए हुए थी। पाकिस्तान, बांग्लादेश और अन्य देशों से आए हिंदू तथा दूसरे धर्मों के शरणार्थियों ने इस कानून के पक्ष में समर्थन किया। पाकिस्तान, बांग्लादेश और अन्य देशों से आए हिंदू तथा दूसरे धर्मों के शरणार्थियों ने इस कानून के पक्ष में समर्थन किया
दूसरी तरफ कुछ लोग इस संशोधित नागरिकता कानून के अस्तित्व में आने के बाद से इसका विरोध कर रहे हैं। सबसे पहले नई दिल्ली के जामिया नगर और जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में इस कानून का विरोध किया गया जो हिंसक हो गया। उसके बाद दिल्ली के सीलमपुर इलाके में विरोध प्रदर्शन किया गया। इस कानून का देश भर में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। देश के कई राज्यों में प्रदर्शन के दौरान हिंसा की खबर है।