महिलाओं के लिए महफूज नहीं रही मुंबई


- हर साल 700 से ज्यादा रेप
मुंबई, । यूं तो मायानगरी मुंबई को महिलाओं के लिए देश के सबसे सुरक्षित शहरों में गिना जाता है. बावजूद इसके यहां हर साल औसतन 700 से ज्यादा रेप हो रहे हैं. प्रजा फाउंडेशन के आंकड़ों से पता चला है कि पिछले दो सालों में यह आंकड़ा और भी डरावना है. साल 2017-18 में मुंबई में 792 बलात्कार के केस दर्ज हुए, जबकि 2018-19 में यह संख्या 784 थी. साल, 2015-16 में 728 मामले दर्ज हुए थे. 2014-15 में 643 व 2016-17 में 576 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर हुई. वहीं छेड़छाड़ के केस तो रेप से बहुत ज्यादा हैं. साल 2018-19 में 2533 केस एफआईआर के लिए पुलिस के पास आए. 2017-18 में यह संख्या 2358 थी. 2015-16 व 16-17 में भी क्रमश: 2145 व 2103 केसों में एफआईआर हुई. पिछले पांच साल में सबसे कम छेड़छाड़ के केस 2014-15 में हुए. इस साल 1675 एफआईआर पुलिस के पास आईं. खास बात यह है कि इन पांच सालों में रेप के केसों का सबसे ज्यादा 41 प्रतिशत ग्राफ नार्थ सेंट्रल मुंबई में बढ़ा. इस रीजन में विले पार्ले, कुर्ला, बांद्रा, चेंबूर आते हैं. सबसे कम रेप दक्षिण मुंबई में हुए. छेड़छाड़ में सबसे ज्यादा वारदात नार्थ मुंबई में हुईं. इसमें दहिसर, बोरिवली, कांदिवली और मालाड आते हैं. यहां पिछले पांच साल में 78 प्रतिशत इस अपराध का ग्राफ बढ़ा.