माधव विज्ञान महाविद्यालय में अधोसंरचना विकास हेतु 22 करोड़ रुपये उपलब्ध कराये जायेंगे


भोपाल । प्रदेश के उच्च शिक्षा, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री जीतू पटवारी ने उज्जैन में देवास रोड स्थित शासकीय माधव विज्ञान स्नातकोत्तर महाविद्यालय के नवीन भवन के लोकार्पण कार्यक्रम में भाग लेकर युवा संवाद में छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों से सीधे चर्चा की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महाविद्यालय की अधोसंरचना विकास हेतु 22 करोड़ रुपये उपलब्ध कराये जायेंगे, जिससे उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाया जाकर हमारे छात्र बेहतर शिक्षा ग्रहण कर आगे बढ़ सकें। एक छात्र के स्मार्टफोन उपलब्ध कराने की बात पर उच्च शिक्षा मंत्री पटवारी ने कहा कि स्मार्टफोन के बजाय छात्रों के बेहतर भविष्य हेतु स्मार्ट क्लासेस लगाये जाने पर शासन विशेष ध्यान दे रहा है। छात्रों में गुरू-शिष्य की परम्परा होना चाहिये, जो हमारी प्राचीन व्यवस्था है। छात्रों में नकारात्मक भाव के बजाय सकारात्मक भाव रखें और दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ें।
उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने छात्रों एवं शिक्षकों से सीधा संवाद किया। बारी बारी से छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों से महाविद्यालय की समस्याओं एवं शिकायतों को धैर्यपूर्वक सुनकर उनका निराकरण किया। महाविद्यालयों में विभिन्न कोर्स रोजगारोन्मुखी हो, इसके लिये मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ प्रयासरत हैं। महाविद्यालयों में व्यवस्थाएं ठीक करने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। उच्च शिक्षा मंत्री ने संवाद के दौरान कहा कि सभी महाविद्यालयों में विद्यार्थियों को किसी न किसी खेल में अनिवार्य रूप से भाग लेना होगा। इस हेतु अलग से कालखण्ड निर्धारित किया जायेगा। महाविद्यालयों में कार्यरत किसी भी अतिथि विद्वान को सेवा से पृथक नहीं किया जायेगा। राज्य सरकार सहायक प्राध्यापकों की भर्ती कर रहा है। इसमें अतिथि विद्वान को प्राथमिकता दी जायेगी। शिक्षा का मुख्य उद्देश्य सभ्य समाज की रचना करना एवं मानवीय मूल्यों की स्थापना करना है। जीवन यापन का साधन शिक्षा को बनाना है। महाविद्यालयों में अच्छा वातावरण होना चाहिये। माधव विज्ञान महाविद्यालय में अच्छा वातावरण होने पर प्रशंसा व्यक्त की। छात्रों एवं शिक्षकों की महाविद्यालय में बताई गई कमियों को राज्य सरकार पूरा करेगी। शासन उच्च शिक्षा पर अधिक ध्यान दे रहा है। व्यवस्थाओं में कमी को पूरा किया जायेगा। उन्होंने संवाद के दौरान अवगत कराया कि मध्य प्रदेश में लगभग 200 महाविद्यालयों को चिन्हित किया गया है, जिनमें अधोसंरचना विकास हेतु राशि उपलब्ध कराई जायेगी। राज्य सरकार शिक्षा में नवाचार पर भी बल दे रही है। उच्च शिक्षा मंत्री श्री पटवारी ने कहा कि प्रायवेट महाविद्यालयों की तर्ज पर शासकीय महाविद्यालयों में रोजगार शिविर पर भी बल दिया जायेगा। अच्छे संस्कारवान बनने के लिये हमारी शिक्षा में बेहतर सुधार करना अतिआवश्यक है, ताकि हमारे समाज का विकास हो सके। बेटे एवं बेटी में अन्तर नहीं होना चाहिये। कभी-कभी बेटियां बेटों से आगे बढ़कर अपनी जिम्मेदारी निभाती हैं। महाविद्यालयों में मांग के अनुसार सीटें बढ़ाई जाती हैं। इसी प्रकार छात्रावासों में भी सीटें बढ़ाई जायेंगी।
उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने संवाद के दौरान एक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि मातृ प्रणाम योजना में और अच्छा नवाचार किया जायेगा। इस हेतु नया प्रोग्राम शासन द्वारा बनाया जा रहा है। महाविद्यालयों में व्यवस्थित खेल मैदान होना चाहिये। इस पर भी प्रयास किया जा रहा है। इस अवसर पर विधायक महेश परमार ने चेतन यादव के अनुरोध पर सामाजिक सेवा शिविर लगाने पर विचार करने का सुझाव दिया है। जन-भागीदारी समिति के अध्यक्ष असलम लाला ने बताया कि महाविद्यालय का सीमांकन हेतु जिला कलेक्टर से अनुरोध किया है। इसी तरह माधव विज्ञान महाविद्यालय का मास्टर प्लान बनाने की प्रक्रिया भी चल रही है।
कार्यक्रम के अन्त में उच्च शिक्षा, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री जीतू पटवारी ने महाविद्यालय परिसर में बायोटेक्नालॉजी एवं माइक्रो बायोलॉजी नवीन भवन का फीता काटकर लोकार्पण किया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में महाविद्याल के प्रभारी प्राचार्य डॉ.अर्पण भारद्वाज ने महाविद्यालय की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर विधायक तराना महेश परमार, विधायक बड़नगर मुरली मोरवाल, पूर्व विधायक बटुकशंकर जोशी, सर्वश्री कमल पटेल, महेश सोनी, साहिल देहलवी, योगेश शर्मा, सोनू शर्मा, माधव विज्ञान महाविद्यालय की जन-भागीदारी समिति के असलम लाला, चेतन यादव, विभिन्न महाविद्यालयों के शिक्षकगण, छात्र-छात्राएं, जनप्रतिनिधि आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम के अन्त में आभार बड़नगर विधायक श्री मुरली मोरवाल ने प्रकट किया। कार्यक्रम के अन्त में राष्ट्रगान हुआ।