किसानों के हक का पैसा दबाना चाहते हैं कमलनाथ, इसलिए कर रहे बहानेबाजीः राकेश सिंह


भोपाल। वास्तव में प्रदेश की कांग्रेस सरकार किसान विरोधी है, जो सिर्फ अपने राजनीतिक हितों के लिए किसानों का इस्तेमाल करना जानती है। कांग्रेस ने न पहले कभी किसानों का हित देखा है, न अब उनकी सहायता करना चाहती है। इसीलिए मुख्यमंत्री किसानों को राहत और मुआवजा देने में तरह-तरह की बहानेबाजी कर रहे हैं। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद राकेश सिंह ने मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा दिल्ली में दिये गए उस बयान को झूठ का पुलिंदा बताते हुए कही, जिसमें उन्होंने बारिश से नुकसान की भरपाई न होने के संबंध में केंद्र से पैसा न मिलने की बात कही है।
श्री सिंह ने कहा कि कमलनाथ सरकार सत्ता में आने के बाद से ही किसानों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों से कन्नी काटती रही है। किसानों का कर्ज माफ करने से बचने के लिए यह सरकार तरह-तरह के बहाने बनाती रही है। कभी लाल-पीले फॉर्म भरवाकर समय पास किया, तो कभी चुनावी आचार संहिता का बहाना लिया और किसी न किसी तरह कर्जमाफी को टालती ही रही है। बारिश और बाढ़ से प्रदेश के लाखों किसान बर्बाद हो गए, लेकिन यहां भी सरकार बहानेबाजी ही कर रही है। केंद्र सरकार ने अपनी तरफ से सर्वे कराकर राज्य सरकार को पैसा दिया। इसके अलावा राज्य सरकार के पास आपदा राहत की भी 900 करोड़ की राशि इस सरकार के पास है। लेकिन इस सरकार ने किसानों को 900 रुपये भी नहीं दिये। वास्तव में यह सरकार केंद्र से मिले पैसे और आपदा राहत के पैसे को दबाकर अपनी मंत्रियों की फिजूलखर्ची पर फूंकना चाहती है, इसीलिए मुख्यमंत्री कमलनाथ प्रदेश के किसानों को केंद्र का नाम लेकर लगातार गुमराह कर रहे हैं।
-यूरिया कुप्रबंधन का ठीकरा भी केंद्र के सिर
श्री सिंह ने कहा कि सबसे ताजा मामला यूरिया संकट का है। इस सरकार ने कभी यूरिया की मांग पर ध्यान नहीं दिया न ही उसके वितरण की समुचित व्यवस्था की। अब प्रदेश के किसान एक-एक बोरी यूरिया के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं और यह सरकार उन पर लाठियां बरसा रही है। अपनी लापरवाही को ढांकने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ यूरिया संकट का ठीकरा भी केंद्र सरकार के सिर फोड़ रहे हैं। 
-बच्चियों को स्कूल भेजने में डरते हैं लोग
श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने महिला सुरक्षा का जो दावा किया है, उसका यथार्थ प्रदेश का हर नागरिक जानता है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में बच्चियों से लेकर बुजुर्ग महिलाएं तक अत्याचार की शिकार हो रही हैं। श्री सिंह ने कहा यदि प्रदेश में महिला सुरक्षा की स्थिति जानना है, तो छोटी-छोटी बच्चियों के उन पालकों से पूछना चाहिए, जो अपनी बेटी के स्कूल से सुरक्षित घर वापस लौटने पर ईश्वर को धन्यवाद देते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के 15 सालों के शासन के दौरान महिला सुरक्षा की स्थिति कभी भी इतनी गंभीर नहीं रही, जितनी कमलनाथ सरकार ने एक साल में कर दी है।