जिला सीईओ के कृपा पात्र बनें जोगियानी सचिव

भ्रष्टाचार के बदले मिला पुरस्कार
कथित आरोपी को थमा दी गयी मालदार पंचायत तियरा



कालचिंतन, संवाददाता,
करामी(सिंगरौली)। जनपद पंचायत वैढ़न की ग्राम पंचायत जोगियानी में पूर्व में पदस्थ सचिव संतोष कुमार सिंह पर ग्राम पंचायत जोगियानी में कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे जिसमें सरपंच जोगियानी रमाशंकर प्रजापति पर सरकारी अमानत की खयानत के आरोप में ६६५८७५ वसूली का आदेश जारी हुआ है। भ्रष्टाचार की इस फेहरिस्त में सचिव संतोष कुमार सिंह के ऊपर भी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत वैढ़न द्वारा २ लाख ५ हजार ४९० की रिकवरी का आदेश जारी हुआ है। मामले यही समाप्त नहीं होता। जोगियानी में ही पदस्थ सचिव उपनयन तिवारी के ऊपर भी ३ लाख ६० हजार ३८६ रूपये की रिकवरी का आदेश जारी हुआ है। जिसमें मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने मात्र एक सचिव उपनयन तिवारी निलंबित किया है। बताते चलें कि विभाग की तरफ से सरपंच के ऊपर  थाना माड़ा में एफआईआर भी दर्ज है। लेकिन कानून को धता बताते हुये सरपंच निर्द्वंद विचरण कर रहा है। थाना माड़ा की पुलिस उसे गिरफ्तार करने में नाकाम साबित हुयी है। 
भ्रष्टाचार की इस फेहरिस्त के सिलसिले में सबसे ज्यादा दिलचस्प बात यह है कि सरकारी धन की दुरूपयोग के मामले में आरोपी पूर्व सचिव जोगियानी संतोष कुमार सिंह को जिला मुख्य कार्यपालन अधिकारी के आदेश से ग्राम पंचायत तियरा जैसी मालदान पंचायत में स्थानांतरण कर दिया गया।
जिला सिंगरौली में पंचायती राज तमाशा बनकर रह गया है। सूत्र बताते हंै कि ग्राम पंचायत तियरा के सचिव राधे शरण शाह ने अपने स्थानांतरण के खिलाफ हाईकोर्ट जबलपुर से स्थगन आदेश भी प्राप्त कर लिया है फिर भी उनकी पदस्थापना तियरा से हटाकर जोगियानी में कर दी गयी है। स्थगन आदेश रद्दी की टोकरी में फेंक दिया गया है। 
जिला सिंगरौली के पंचायत राज व्यवस्था में जनपद  पंचायत के मुख्य कार्यलपान अधिकारी का आदेश अलग तथा जिला मुख्य कार्यपालन अधिकारी पंचायत का आदेश अलग परिणाम बताता है। कलेक्टर को संज्ञान में लेेने की आवश्यकता है।