जया बच्चन के दुष्कर्मियों को जनता के हवाले करने के बयान से सहमत है टीएमसी सांसद मिमी चक्रवर्ती 


नई दिल्ली।  सोमवार को राज्यसभा सांसद जया बच्चन के दुष्कर्मियों को सजा देने के लिए जनता को सौंप देने के बयान का टीएमसी सांसद मिमी चक्रवर्ती ने समर्थन किया है। जया बच्चन ने बलात्कारियों की 'लिंचिंग' करने के लिए कहा था। चक्रवर्ती ने कहा कि केवल तत्काल सजा ही महिलाओं की ऐसे लोगों से रक्षा हो सकती है। उन्होंने कहा, 'मैं उनसे सहमत हूं। मुझे नहीं लगता कि बलात्कारियों को सुरक्षा के साथ कोर्ट ले जाएं और फिर न्याय का इंतजार करें। तुरंत सजा मिलनी चाहिए।' उन्होंने यह बात ट्वीट करके कही। वहीं दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा, 'मैं सभी संबंधित मंत्रियों से अनुरोध करती हूं कि एक इतना मजबूत कानून बनाएं कि कोई व्यक्ति ना केवल बलात्कार करने से पहले, बल्कि गलत मंशा के साथ किसी महिला को देखने से पहले भी 100 बार सोचे।' हैदराबाद में एक महिला पशु चिकित्सक के सामूहिक बलात्कार और उसकी निर्मम हत्या की संसद के दोनों सदनों में सोमवार को कड़ी निंदा की गई और विभिन्न राज्यों में प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किए। केंद्र ने कहा कि वह कड़े प्रावधानों को लाने और शीघ्र न्याय सुनिश्चित करने के लिए कानून में संशोधन करने को तैयार है।
समाजवादी पार्टी की सदस्य जया बच्चन ने राज्यसभा में कड़े शब्दों में इस घटना की निंदा करते हुए वहां के सुरक्षा प्रभारी को जवाबदेह ठहराए जाने की मांग की। बच्चन ने कहा 'हैदराबाद में एक दिन पहले भी उसी जगह इसी तरह की घटना हुई थी। वहां के सुरक्षा प्रभारी को क्यों जवाबदेह नहीं बनाया जाना चाहिए? उनसे सवाल क्यों नहीं किए जाने चाहिए? उन्होंने अपनी जिम्मेदारी का समुचित तरीके से निर्वाह क्यों नहीं किया?' उन्होंने कहा 'यह पहला अवसर नहीं है जब मैं ऐसे किसी मुद्दे पर बोलने के लिए खड़ी हुई हूं। निर्भया कांड, कठुआ कांड....यह थम ही नहीं रहा।' जया ने कहा 'बलात्कार के दोषियों के साथ किसी तरह की नरमी नहीं की जानी चाहिए, उन्हें सख्त सजा दी जानी चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई सार्वजनिक तौर पर होनी चाहिए।' उन्होंने कहा कि ऐसा काम करने वाले लोगों को भीड़ हवाले करके लिंचिंग कर देने चाहिए। लोकसभा और राज्यसभा में सभी दलों के सांसदों ने 'एक आवाज में' हैदराबाद मामले की निंदा की और महिलाओं के खिलाफ अपराधों के दोषियों को निश्चित समय सीमा में दंडित करने के लिए कड़े कानून लाए जाने की मांग की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने निचले सदन में शून्य काल के दौरान कहा कि उन्हें इस जघन्य अपराध की निंदा करने के लिए शब्द नहीं मिल रहे।