हिंसक प्रदर्शन / यूपी प्रशासन के बाद अब रेलवे भी प्रदर्शनकारियों से वसूली करेगा, 80 करोड़ के नुकसान का अनुमान


नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश प्रशासन की तरह ही अब रेलवे भी नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान हुए नुकसान की वसूली करेगा। रेलवे बोर्ड चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने बताया कि तोड़फोड़ और हिंसा से देशभर में रेलवे की संपत्ति को 80 करोड़ का नुकसान हुआ। नुकसान की भरपाई उन लोगों से की जाएगी, जिन्होंने तोड़फोड़ और हिंसा की है। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि रेलवे ऐसे लोगों की पहचान कैसे करेगा।



विनोद यादव ने कहा- सीएए के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शनों में पूर्वी रेलवे को 70 करोड़ और पूर्वोत्तर रेलवे को 10 करोड़ का नुकसान हुआ। इस नुकसान की भरपाई उन लोगों से की जाएगी जो हिंसा में लिप्त पाए जाएंगे। हालांकि, नुकसान का आंकड़ा अभी शुरुआती है। पूरे आकलन के बाद नुकसान में बढ़ोतरी भी हो सकती है।


बंगाल में सबसे ज्यादा आगजनी और तोड़फोड़ हुई
रेलवे ने बताया,  प्रदर्शन के दौरान प. बंगाल में संकरेल रेलवे स्टेशन पर टिकट काउंटर को आग लगा दी गई थी। सुजनीपारा रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ की गई थी। कृष्णपुर रेलवे स्टेशन के पास लालगोला में खड़ी कुछ ट्रेनों को आग लगा दी गई थी। हरिश्चंद्रपुर स्टेशन को तोड़ दिया गया था। यहां पर नुकसान की भरपाई उन लोगों से की जाएगी, िजनके खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं। कानून और व्यवस्था राज्य के जिम्मे है और इस पर वे काम कर रहे हैं। जल्द ही वसूली की जाएगी। 


इससे पहले रेल मंत्री पीयूष गोयल ने प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अपील की थी कि रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। 


नुकसान की भरपाई के लिए अदालत भी जा सकता है रेलवे
सूत्रों ने बताया कि जिन लोगों को संपत्ति के नुकसान का दोषी पाया जाएगा, उनके खिलाफ रेलवे एक्ट की धारा 151 के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। इसके तहत अधिकतम सात साल के कारावास का प्रावधान है। रेलवे अपने नुकसान की भरपाई के लिए अदालत भी जा सकती है। 


उत्तर प्रदेश में 238 लोगों को नोटिस भेजा गया
उत्तर प्रदेश में प्रदर्शनों में संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों को लगातार नोटिस भेजे जा रहे हैं। रामपुर, बिजनौर, संभल और मेरठ में 238 लोगों को नोटिस भेजा गया है। इनसे प्रशासन को 74 लाख रु. की वसूली की जानी है। कानपुर, मऊ और फिरोजाबाद में तोड़फोड़ करने वालों की पहचान के लिए पोस्टर लगाए गए हैं।