एनसीएल   में  अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में डा.कुमार विश्वास ने कोयला श्रम साधकों के योगदान को किया रेखांकित 

हम वहीं जो रोशनी रखते हैं सबकी चौखटों पर

काल चिंतन संवाददाता,
मोरवा,सिंगरौली। एनसीएल खड़िया क्षेत्र का डीएवी ग्राउंड रविवार को ऐतिहासिक अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का साक्षी बना। कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण अन्तराष्ट्रीयस्तर के ख्यातिलब्ध कवि डा.कुमार विश्वास ने अपने काव्य पाठ से समा बाँधा । डा.कुमार विश्वास ने  हम वहीं जो रोशनी रखते हैं सबके चौखटों पर और हम न आते तो तरक्की इस कदर ना बोल पाती जैसी अपनी पँक्तियाँ,  कोयला कर्मियों को समर्पित कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिए ।मशहूर कवियत्री सुश्री अंकिता सिंह ने अकेले बैठ कर तुमको कभी जब याद करती हूँ  सुनाकर श्रोताओं को कविता की एक नयी कहन से परिचित कराया । कवि श्री रमेश मुस्कान ने धन्य हो कलाम भाई  हास्य की कविता श्रोताओं के सामने प्रस्तुत किये और तालियां बटोरी । कवि श्री तेज नारायण शर्मा ने अपने जोरदार व्यंग से कवि सम्मेलन में आए हुए लोगों को न केवल गुदगुदाये बल्कि सामाजिक सरोकार के विषयों से भी जोड़ा ।
इसके पूर्व काव्य संध्या के प्रारंभ में एनसीएल के अध्यक्ष –सह- प्रबंध निदेशक (सीएमडी) श्री प्रभात कुमार सिन्हा बतौर मुख्य अतिथि ने अन्य विशिष्ट अतीथिगण एवं कविगण के साथ दीप प्रज्जवलन कर कवि सम्मेलन का शुभारम्भ किया।  इस अवसर पर  निदेशक (तकनीकी/संचालन) एनसीएल श्री गुणाधर पाण्डेय , एनसीएल जेसीसी सदस्य श्री मुन्नी लाल यादव, श्री अशोक कुमार दुबे एवं सीएमओएआई के श्री सर्वेश सिंह बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद थे द्य साथ ही कृति महिला मंडल अध्यक्षा श्रीमती संगीता सिन्हा,उपाध्यक्षा श्रीमती प्रतिमा पांडेय, श्रीमती नीलू ठाकुर बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद थीं।