डीजे बंद करने पर शराबियों ने पीटा, हवा में चलाई 150 गोलियों में से एक डीजे वाले को लगी; मौत


 


मोगा. मोगा में शनिवार रात को एक युवक की गोली लगने से मौत हो गई। दरअसल, विवाद शादी समारोह में डीजे वाले के द्वारा गाने बंद कर देने के बाद शुरू हुआ, जिसके बाद शराब के नशे में दूल्हे के दोस्तों और रिश्तेदारों ने डीजे वाले को पीट दिया। इन लोगों ने गुंडई दिखाते हुए लगभग 150 हवाई फायर भी किए और इन्हीं में से एक गोली डीजे वाले को लग गई। इतना ही नहीं, आरोप यह भी है कि इन लोगों ने एक घंटे तक शव को भी नहीं उठाने दिया। पांच लाख रुपए देकर मामले को रफा-दफा करने की फिराक में थे, लेकिन समझौता नहीं होता देख वहां से फरार हो गए। पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज करते हुए तीन को गिरफ्तार भी कर लिया है। इसके अलावा खास बात यह रही कि शादी का खाना भी गरीबों में बांटना पड़ा।


विवाद का कारण


कस्बा कोट ईसे खां के चीमा रोड निवासी गुरसेवक सिंह ने पुलिस को दिए बयान में कहा है कि शनिवा रात को गांव मस्तेवाला में मेजर सिंह के बेटे निरवैर सिंह की शादी के चलते जागो व डीजे का प्रोग्राम बुक था। वह अपने चचेरे भाइयों जसविंदर सिंह, कर्ण सिंह उर्फ गोरा के साथ वहां गया था। रात 10 बजने के बाद उसने सरकारी आदेश अनुसार डीजे नहीं बजा सकने की बात कही तो नशे की हालत में हालत में नाच रहे युवकों ने उसे थप्पड़ मारे। साथ ही गोली मार देने की धमकी देते हुए जबरन डीजे बजवा पंजाबी गानों पर 10-15 लोग हवाई फायर करने लगे। इन लोगों ने करीब 150 फायर किए।


ऐसे गई जान


जश्न की नौटंकी के बीच दूल्हे के रिश्तेदार सुखदीप सिंह निवासी धर्म सिंह वाला ने भी दोनाली से एक गोली चलाई। दूसरी गोली बीच में फंस गई और जैसे ही उसने हाथ नीचे किया तो गोली उसके चचेरे भाई कर्ण सिंह उर्फ गोरा की छाती पर जा लगी। इस वजह से उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। अब गोलियों का शोर तो थम गया था, मगर नया पंगा शुरू हो गया। आरोपी पक्ष के लोग मामले की रफा-दफा करने के लिए 5 लाख रुपए देने की बात कर रहे थे, वहीं दूसरे तरीके से भी दबाव बना रहे थे, जिन्होंने एक घंटे तक बरामदे में पड़े कर्ण के शव को नहीं उठाने दिया। आखिर समझौते की बात सिरे नहीं चढ़ते देख वो लोग मौके से भाग खड़े हुए।


पुलिस ने की यह कार्रवाई


उधर वारदात की जानकारी मिलते ही एसएसपी अमरजीत सिंह बाजवा, एसपीडी हरिंद्रपाल सिंह परमार, डीएसपी यादविंदर सिंह, एसएचओ अमरजीत सिंह पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने सुखचैन सिंह नामक युवक को असलहे के साथ पकड़ लिया और जिस-जिस हथियार से गोली चलाई गई थी, सभी को कब्जे में ले लिया। पुलिस ने गुरसेवक सिंह के बयान पर सुखदीप सिंह निवासी धर्म सिंह वाला, मेजर सिंह निवासी मस्तेवाला, शरणप्रीत सिंह निवासी सैदशाह वाला, जगरूप सिंह निवासी अमरगढ़ बाणियां व सुखचैन सिंह निवासी गांव मस्तेवाला के खिलाफ धारा हत्या, दहशत फैलाने, धमकाने, असला एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। दूल्हे निरवैर सिंह के पिता मेजर सिंह को केस में नामजद किया गया और उसे उसके भाई व सुखचैन सिंह के साथ गिरफ्तार कर लिया है।