ब्रेन हैमरेज से वृद्धा की मौत


लाश पर राजनीति की रोटी सेंकने पहुंचे नेता
बैढ़न(सिंगरौली)। थाना नवानगर स्थित दसौती गांव की निवासिनी ६२ वर्षीया श्रीमती इंद्रवती देवी की गत दिवस ब्रेन हैमरेज से मौत हो गयी। मौत की खबर सुनते ही सिंगरौली के नेता मृत  वृद्धा की लाश पर रोटी सेंकने पहुंच गये। 
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार मृतका के पुत्र संतोष दुबे को पुलिस ने विभिन्न अपराधों में लिप्त होने के आरोप में गिरफ्तार किया था। यह घटना गत मंगलवार की बतायी जाती है। पुलिस सूत्र के अनुसार गिरफ्तार संतोष दुबे के ऊपर तकरीबन ४५ संगीन अपराधों के मामले दर्ज हैं। इसी बिना पर नवानगर की पुलिस ने काफी जद्दोजहद के बाद उसे गिरफ्तार किया था। पुत्र की गिरफ्तारी की सूचना मिलने पर आरोपी की पत्नी तथा उसकी माँ (मृतिका) नवानगर थाने पर गत मंगलवार को पहुंची। बताते हैं कि जिस समय यह लोग थाने में बैठी थीं उस समय थाने का स्टाफ दुकान से चाय मंगाकर पी रहा था। लिहाजा सभ्यता के अनुसार उन्होंने इन लोगों को भी चाय के लिए पूछा, हामी मिलने पर इन्हें भी चाय सेवा में दी गयी। चाय पीने के बाद मृतका थाने से उठकर कुछ दूर तक गयी जहां उसे चक्कर आ गया और वह गिर गयी। थाने के मुंशी ने १०८ नम्बर की गाड़ी को बुलाकर पीड़िता को अस्पताल पहुंचवाया जहां इलाज के दौरान उसकी गत दिवस भोर चार बजे मौत हो गयी। मजे की बात यह है कि जबतक पीड़िता अस्पताल में भर्ती थी सिंगरौली का कोई भी नेता उसकी मदद करने के लिए नहीं गया। उसके मस्तिष्क की दो नशें फट जाने की बात डाक्टर ने बतायी। उसे नेहरू चिकित्सालय के लिए रेफर किया जा रहा था लेकिन वहां कोई ऐसा नहीं था जो उसे नेहरू अस्पताल तक ले जाये। सिंगरौली के कथित नेताओं का कहीं अता-पता नहीं था। लेकिन जहां वृद्धा की मौत की खबर आयी, आम आदमी पार्टी के नेता कहे जाने वाले अनिल द्विवेदी मौके पर पहुंच गये। उन्होंने वहां अफवाह फैलायी कि मृतका को पुलिस वालों ने चाय में जहर मिलाकर दे दिया है। आरोपी संतोष दुबे की पत्नि का भी बयान था कि उसकी सास की मौत पुलिस प्रताड़ना से हुयी है जोकि तथ्यहीन है।
खबर यह भी लगी कि जब मामला एसपी आफिस तक कथित नेताओं द्वारा पहुंचाया गया तब भारतीय जनता पार्टी के युवा विंग के नेता विनोद चौबे भी आनन फानन में पहुंच गये और भी भाजपाई एसपी आफिस में दिखयी दिये। पुलिस पर दबाव बनाने के लिए आम आदमी पार्टी के अनिल द्विवेदी ने भाड़े के लोगों को एसपी आफिस में बटोर लिया। यह भी बात चिंतन योग्य है कि दबाव में आयी पुलिस ने किस मद से मृतका के परिजनों को दाह संस्कार के लिए चालिस हजार रूपये अदा किये। जबकि सरकार की योजना है कि प्रशासन के माध्यम से ऐसी मौतों में गरीब लोगों को एक निश्चित राशि मुहैया करायी जाती है। 
हाई ब्लड प्रेशर के कारण ब्रैन हैमरेज से हुयी वृद्धा की मौत के बाद उसकी लाश पर राजनीति की रोटी सेंकने वालों की क्षेत्र में जोरदार चर्चा है।