तेलंगाना दुष्कर्म / चारों आरोपी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए, प्रदर्शनकारियों की मांग- फांसी पर लटकाएं


 


हैदराबाद. तेलंगाना के रंगा रेड्‌डी जिले में 26 वर्षीय वेटरनरी डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के चारों आरोपियों को अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। शनिवार को फास्ट ट्रैक कोर्ट के आदेश के बाद आरोपियों को शादनगर पुलिस थाने से चंचलगुडा जेल ले जाया गया। इस घटना के बाद से देशभर में आक्रोश है। शनिवार को हैदराबाद के शादनगर थाने के बाहर लोगों ने प्रदर्शन किया। कुछ लोगों ने आरोपियों को बिना सुनवाई के फांसी पर चढ़ाने या एनकाउंटर करने तक की मांग की। स्थानीय बार एसोसिएशन ने आरोपियों की पैरवी से इनकार कर दिया।


वेटरनरी डॉक्टर घर से करीब 30 किलोमीटर दूर स्थित हॉस्पिटल में काम करती थी। घर लौटते वक्त बुधवार रात उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ। इसके बाद गुरुवार सुबह डॉक्टर का शव अधजली हालत में मिला था। शुक्रवार को ही शम्शाबाद में शुक्रवार को एक और महिला का जला हुआ शव मिला।


महिला डॉक्टर से दरिंदगी का मामला शुक्रवार को सुर्खियों में आया। इसके बाद साइबराबाद पुलिस ने चार आरोपियों, मोहम्मद अरीफ, जोलू शिवा, जोलू नवीन और चिंताकुंटा चेन्नाकेशवुलु को गिरफ्तार किया। आरिफ की उम्र 26 साल है, जबकि बाकी आरोपियों की उम्र 20 साल है। सभी की गिरफ्तारी नारायणपेट जिले से हुई। ये सभी ट्रक ड्राइवर और क्लीनर हैं, जिन्होंने शराब पीने के बाद 7 घंटे तक डॉक्टर के साथ दरिंदगी की थी। इसके बाद पीड़ित को शादनगर के बाहरी इलाके में जला दिया था।


कोई वकील आरोपियों का केस नहीं लड़ेगा: बार एसोसिएशन
शादनगर के स्थानीय कोर्ट से संबंधित बार एसोसिएशन ने घटना के चारों आरोपियों का केस लड़ने से इनकार कर दिया है। बार एसोशिएसन ने कहा- कोई भी वकील अदालत में चारों आरोपियों की पैरवी करने नहीं जाएगा और उन्हें कानूनी सहायता भी उपलब्ध नहीं कराई जाएगी। दुष्कर्म और हत्या के आरोपियों को महबूबनगर के फास्ट ट्रैक कोर्ट में पेश किया गया।


महिला सुरक्षा के मुद्दे पर हैदराबाद से दिल्ली तक प्रदर्शन


डॉक्टर की हत्या और दुष्कर्म के खिलाफ हैदराबाद में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बेंगलुरु हाईवे जाम कर दिया। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे भी शामिल हुए। राजधानी दिल्ली में भी घटना के बाद महिला सुरक्षा के मुद्दे पर युवती अनु दुबे ने संसद के बाहर प्रदर्शन किया। शनिवार को राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा पीड़ित के परिवार से मिलने पहुंचीं। उन्होंने बताया कि परिवार पुलिस के रवैये से नाराज है। पुलिस अपने क्षेत्राधिकार को लेकर लड़ रही थी, इस वजह से कार्रवाई में देरी हुई। अगर पुलिस तेजी दिखाती, तो उन्हें बचाया जा सकता था। रेखा शर्मा ने कहा कि दोषियों को मौत की सजा मिलनी चाहिए। तेलंगाना की राज्यपाल डॉ. तमिलिसई सुंदरराजन ने भी पीड़िता के परिजन से मुलाकात की।


तेलंगाना में एक और महिला का जला हुआ शव मिला


शम्शाबाद के सिद्दुला गुट्टा मंदिर इलाके में शुक्रवार को एक और महिला का जला हुआ शव मिला। यह क्षेत्र आरजीआई एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन की जद में आता है। डीसीपी प्रकाश रेड्डी ने बताया कि पुलिस को स्थानीय लोगों से सूचना मिली थी कि मंदिर के पास एक महिला का शव जल रहा है। हालांकि, लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की, मगर वे नाकाम रहे। शव करीब 35 वर्षीय महिला का है, उसकी पहचान नहीं हो पाई।