कमलनाथ ने यूरिया संकट के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया; कहा- केंद्र ने घटाया मप्र का यूरिया कोटा


भोपाल. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मप्र में यूरिया के संकट के लिए केंद्र की मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा है कि केंद्र सरकार ने मप्र की यूरिया के कोटे में कमी की है, जिससे सप्लाई में कुछ जगहों पर परेशानी आ रही है, लेकिन यूरिया की पर्याप्त आपूर्ति को लेकर सरकार प्रयास कर रही है। दिग्विजय ने कमलनाथ के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा कि मप्र ने 29 में से 28 भाजपा के सांसद चुन कर भेजे हैं, वे सब यूरिया की कमी पर चुप क्यों हैं? केन्द्र सरकार से अधिक यूरिया की मॉंग क्यों नहीं करते?


जहां एक तरफ खाद की कमी को लेकर भाजपा नेता लगातार कमलनाथ सरकार को घेर रहे हैं। कांग्रेस के नेता इसके जवाब में केंद्र को दोषी ठहरा रहे हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट में लिखा है, "रबी के मौसम के लिए यूरिया की मांग को देखते हुए हमने केंद्र सरकार से 18 लाख मिट्रिक टन यूरिया की मांग की थी परंतु केंद्र सरकार द्वारा यूरिया के कोटे में कमी कर दी गई।" 


भाजपा किसान हितैषी है तो केंद्र पर दवाब बनाए
कमलनाथ ने कहा है कि "एक साथ मांग आने तथा केन्द्र सरकार द्वारा हमारे यूरिया के कोटे में कमी कर देने के कारण वितरण में जरूर कुछ स्थानों पर किसान भाइयों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा है लेकिन हम लगातार यूरिया की पर्याप्त आपूर्ति को लेकर प्रयासरत हैं। और केंद्र सरकार से प्रदेश का यूरिया का कोटा बढ़ाने को लेकर निरंतर हमारे प्रयास जारी है। भाजपा यदि सच्ची किसान हितैषी है तो उसे इस मुद्दे पर राजनीति करने की बजाय अपनी केंद्र सरकार पर दबाव डालकर प्रदेश की मांग अनुसार यूरिया की आपूर्ति सुनिश्चित करवाना चाहिए।"


विदिशा और रायसेन में यूरिया को लेकर झड़पें 


मध्य प्रदेश में खाद की समस्या को लेकर किसानों में हाहाकार मचा है। विदिशा और रायसेन में खाद लूट ली गई। पुलिस के साथ किसानों की झड़पें भी हुई हैं। यहां पर थाने और चौकियों से पर्चियां देकर सुरक्षा के साये में खाद बांटी जा रही है। सुबह से शाम तक किसान, उसके परिवार और बच्चों को लाइनों में लगना पड़ रहा है। इसके बावजूद खाद नहीं मिल पा रही है। इसलिए, आक्रोश फूट रहा है और हंगामा भी हो रहा है।